बिहार विधान परिषद चुनावः राजद में टिकट बंटवारे पर घमासान, राबड़ी देवी के आवास पर प्रदर्शन, भोला राय को टिकट दो
By एस पी सिन्हा | Published: June 22, 2020 06:12 PM2020-06-22T18:12:41+5:302020-06-22T18:12:41+5:30
राबड़ी देवी आवास के बाहर भोला राय को विधान पार्षद उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर कार्यकर्ताओंने हंगामा किया. भोला राय के कार्यकर्ताओं का कहना है कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने लालू के बेटे के लिए अपनी सीट की कुर्बानी दी थी अब वक्त आ गया है कि उन्हें विधान परिषद भेज कर इसकी भरपायी की जाए.
पटनाः बिहार विधान परिषद चुनाव से पहले बिहार की सियासत गर्मा गई है. अब राजद में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान छिड़ गया है. राजधानी पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर आज राघोपुर के वरिष्ठ वयोवृद्ध राजद नेता एवं पूर्व मंत्री उदय नारायण राय उर्फ भोला राय के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की.
राबड़ी देवी आवास के बाहर भोला राय को विधान पार्षद उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर कार्यकर्ताओंने हंगामा किया. भोला राय के कार्यकर्ताओं का कहना है कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने लालू के बेटे के लिए अपनी सीट की कुर्बानी दी थी अब वक्त आ गया है कि उन्हें विधान परिषद भेज कर इसकी भरपायी की जाए.
समर्थकों ने राबड़ी आवास के बाहर भोला बाबू जिंदाबाद के नारे लगाए और कहा कि भोला बाबू के चलते ही तेजस्वी यादव को वहां की जनता ने वोट दिया था. यदि भोला बाबू को विधान परिषद का टिकट नहीं मिला तो इस बार तेजस्वी यादव का वहां से जीत पाना मुश्किल हो जाएगा.
राघोपुर के राजद कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैलने लगा है
वहां मौजूद समर्थकों ने कहा कि पार्टी के लिए जीवनभर समर्पित रहे भोला बाबू को यदि विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया गया, तो कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढे़गा. कार्यकर्ताओं ने बताया कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने राजद के कोटे के तीन सीटों में से भोला बाबू को विधान परिषद में एक सीट देने का आश्वासन दिया था. बाद में भोला बाबू की जगह अब किसी दूसरे को उम्मीदवार बनाए जाने के खबर पर राघोपुर के राजद कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैलने लगा है.
वहीं, इस मामले को लेकर भोला बाबू ने बताया कि अब तक पार्टी नेतृत्व की ओर से सूचना नहीं दी गई है. इस पर कार्यकर्ताओं ने नेतृत्व के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. कुछ कार्यकर्ताओं ने यहां तक कहा कि यदि उम्मीदवार नहीं बनाए गया तो पार्टी छोड़ने पर उतारू होंगे.
हालांकि भोला बाबू ने कहा कि पार्टी में ऐसी नौबत नहीं आएगी. इस बीच राबड़ी देवी आवास पर पहुंचे विधायक शिवचंद्र राम ने कहा कि पार्टी नेतृत्व इस विषय में फैसला लेगा कि किसे विधान परिषद भेजना है. ये बात सुनकर वहां मौजूद भोला राय के कार्यकर्ता और भी ज्यादा भड़क गये और हंगामा करने लगे. कार्यरकर्ताओं का कहना है कि बिना भोला राय के समर्थन के वैशाली से कोई नहीं जीत सकता.
कार्यकर्ताओं ने यहां तक कह दिया कि शिवचंद्र राम साजिश कर रहे हैं. कार्यकर्ता तेजस्वी यादव से मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन काफी देर बाद तक भी उनकी मुलाकात नहीं हो सकी. आखिरकार थकहार कर भोला राय के समर्थक वापस तो लौट गये. लेकिन कई कार्यकर्ता ये कहते सुने गये कि इसका परिणाम राजद को भुगतना पडेगा. इस दौरान राबड़ी आवास के बाहर उन्होनें भोला राय के समर्थन में जमकर नारेबाजी की.