बिहार में मध्यावधि चुनाव पर सियासत तेज, जीतन राम मांझी ने कहा-चुनाव तो होंगे पर वह उप चुनाव होगा...
By एस पी सिन्हा | Published: December 22, 2020 06:51 PM2020-12-22T18:51:06+5:302020-12-22T18:52:19+5:30
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बिहार में मध्यावधि चुनाव वाले बयान को लेकर सियासी माहौल गर्म हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री और हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि भविष्यवाणी से पूरी तरह सहमत हूं. पर वह चुनाव नहीं उप-चुनाव होगा.
पटनाः बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बिहार में मध्यावधि चुनाव वाले बयान को लेकर अब सूबे की सियासत गर्माने लगी है.
दरअसल, विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा के लिए बुलाई गई राजद की बैठक में तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि बिहार में अगले साल यानी 2021 में मध्यावधि चुनाव होंगे. तेजस्वी यादव के इस बयान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने तंज कसते हुए कहा कि मैं भी 2021 में चुनाव होने की भविष्यवाणी से पूरी तरह सहमत हूं. पर वह चुनाव नहीं उप-चुनाव होगा.
जीतन राम मांझी ने कहा कि 14 जनवरी तक का इंतजार कीजिए और देखिए कि किन-किन सीटों पर उपचुनाव होंगे. उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस के कई विधायक हमारे साथ हैं. इन सभी के हमारे साथ आने पर तो उप चुनाव होंगे ही. यहां बता दें कि सोमवार को राजद की समीक्षा बैठक में तेजस्वी यादव ने आह्वान किया था कि तैयार रहें, वर्ष 2021 में मध्यावधि चुनाव कभी भी हो सकता है.
उन्होंने कहा कि जनता ने महागठबंधन के पक्ष में फैसला दिया, लेकिन एनडीए ने जोड़तोड़ से सरकार बना ली. उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के बाद वे राज्यभर में धन्यवाद यात्रा पर निकलेंगे. तेजस्वी ने कहा विपरीत परिस्थितियों के बाद भी राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. सभी वर्गों का वोट पार्टी को मिला.
चुनाव परिणाम और बेहतर होता अगर कुछ लोग भितरघात नहीं करते. पार्टी में रहते हुए महागठबंधन उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया गया. राजद के हिस्से 144 सीटें आई थीं तो हम इतने पर ही प्रत्याशी उतार सकते थे. सभी को टिकट देना संभव नहीं था. उन्होंने कहा जिन लोगों ने गड़बड़ी की है उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.