बिहार: रुपेश सिंह मर्डर पर पप्पू यादव का दावा- आईएएस अधिकारियों, बड़े-बड़े नेताओं और माफियाओं से जुड़े हैं तार
By एस पी सिन्हा | Published: January 17, 2021 03:11 PM2021-01-17T15:11:19+5:302021-01-17T18:11:37+5:30
हाल में बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रुपेश कुमार सिंह की हत्या को लेकर पप्पू यादव ने कई बड़े दावे किए हैं। उन्होंने कटिहार डीएम और बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत पर भी सवाल खड़े किए हैं।
पटना: इंडिगो एयरलाइन्स के स्टेशन मैनेजर रुपेश कुमार सिंह की हत्या के तार बडे-बडे नेताओं, अधिकारियों और माफियाओं से जुड़े हुए हैं. खबरें आ रही हैं कि पीएचईडी और बिजली विभाग के ठेकों में रुपेश सिंह की संलिप्तता थी.
रुपेश कुमार सिंह की हत्या के मामले में पूर्व सांसद व जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. जाप अध्यक्ष का कहना है कि रुपेश की हत्या बड़ी मछलियों ने कराया है. रूपेश कुमार सिंह की हत्या के पीछे बड़ी साजिश रची गई और इसी वजह से पुलिस अब तक के हत्यारों के आस पास नहीं पहुंच पाई है.
पप्पू यादव का कटिहार डीएम पर गंभीर आरोप
पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार में कई आईएएस अधिकारी हैं, जो रूपेश कुमार सिंह के साथ नजदीकी रिश्ते रखते थे. उन्होंने कटिहार के डीएम के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही साथ बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत के ऊपर भी सवाल खड़े किए हैं.
पप्पू यादव का आरोप है कि साल 2018 में प्रत्यय अमृत ने बिजली बोर्ड में रहते हुए जो विदेश दौरा किया उसमें अनाधिकृत तौर पर कुछ लड़कियों को टूर पर ले गए थे.
पप्पू यादव ने कहा कि कटिहार के डीएम के द्वारा पूर्णिया में 70 अपराधियों को लाइसेंस दिया गया है. इस डीएम का रुपेश सिंह के साथ किस तरह का संबंध था उसके बारे में हम नहीं बता सकते हैं. इसका खुलासा सरकार को करनी चाहिए. इस बात को सबको सामने लाने की जरूरत है.
रुपेश की हत्या के पीछे बड़ा खेल!
पप्पू यादव ने कहा कि रुपेश की हत्या पीएचईडी की ठिकेदारी के परसेंटेज को लेकर हुई हैं. जिसमें कई बडे-बडे आईएएस ऑफिसर शामिल हैं. दरभंगा में नहर का ठेका जिस कंपनी को मिला उसमें भी रूपेश सिंह शामिल थे. इन्हीं कारणों की वजह से बड़े ठेकेदारों, नेताओं और अधिकारियों के इशारे पर रूपेश सिंह की हत्या करवाई गई. इसकी पूरी जांच निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए.
पप्पू यादव ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करते हैं कि अगर बिहार से अपराध को ख़त्म करना है तो शराब, जमीन और बालू से धन कमाने वालों की संपत्ति की जांच प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा हो.
उन्होंने कहा कि इन धंधों से जुडे सभी तस्करों और माफिया को जेल भेजा जाए. बिहार में वर्तमान में जितनी बडी आपराधिक घटनाएं हो रही हैं, उन सभी के पीछे इन्हीं लोगों का हाथ है. अपराधियों को नेताओं और सरकारी पदाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है.
सरकारी विभागों में प्रशासनिक अनियमितता का आरोप लगाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि वर्ष 2018 में बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से पांच ऐसी महिलाओं को विदेश प्रशिक्षण के लिए भेजा गया जो योग्य नहीं थीं. ये सब कॉर्पोरेशन के सीएमडी प्रत्यय अमृत के इशारों पर हुआ.
'सरकार की नाक के नीचे हो रही है शराब तस्करी'
पप्पू यादव ने कहा कि कटिहार में जिस आईएएस अधिकारी को डीएम बनाया गया, उनपर पहले से सीबीआई जांच चल रही थी. अब वे छुट्टी पर क्यों चले गए हैं? उन्हें जल्द से जल्द बर्खास्त किया जाए. नीतीश जी के शासन में सिर्फ भ्रष्ट अधिकारियों को बडे पदों पर नियुक्त किया गया है.
शराब तस्करी पर बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि शराबबंदी से पहले बिहार सरकार को 4 हजार करोड़ की आय शराब से होती थी. अब इससे दोगुना नेताओं और अधिकारियों को मिल रहा है. सरकारी तंत्र के जुडे लोग ही सरकार की नाक के नीचे से शराब तस्करों की मदद रहे हैं.