Bihar: सुशील मोदी का आरोप- 'जेल से पार्टी चला रहे हैं लालू, फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा दे रही है झारखंड सरकार'
By भाषा | Published: September 2, 2020 07:10 AM2020-09-02T07:10:08+5:302020-09-02T07:11:03+5:30
लालू प्रसाद यादव को रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट किये जाने का मुद्दा एक बार फिर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने उठाया है। उन्होंने आरोप लगया है कि लालू भले ही जेल में हैं लेकिन उनसे रोजाना मिलने दर्जन भर लोग पहुंच रहे हैं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद जेल से पार्टी चलाने और टिकट बांटने में राजनीतिक भूमिका निभा रहे हैं।
सुशील ने ट्वीट कर आरोप लगाया, 'एक हजार करोड़ रुपये के चारा घोटाला के चार मामलों में लालू प्रसाद को जेल की सजा हुई, लेकिन झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने उन्हें इलाज के नाम पर पहले रिम्स में और फिर पृथक-वास के बहाने आलीशान बंगले में पहुंचा दिया।'
उन्होंने आरोप लगाया, 'भ्रष्टाचार का दोष सिद्ध अपराधी यदि राजनीतिक रसूख के बल पर जेल बंदी के बजाय राजकीय अतिथि जैसी पांच सितारा सुविधाए पा रहा है, तो इस पर सीबीआई को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।' सुशील ने आरोप लगाया, 'सजायाफ्ता लालू प्रसाद से मिलने रोजाना दर्जन-भर लोग उनके बंगले पर पहुंच रहे हैं। बिहार में चुनाव लड़ने के इच्छुक 200 से ज्यादा लोग रांची जाकर उन्हें बायोडाटा दे चुके हैं।'
उन्होंने कहा, 'यदि झारखंड सरकार जेल नियामवली की धज्जियां उड़ा कर लालू प्रसाद को जेल से पार्टी चलाने और टिकट बांटने में राजनीतिक भूमिका निभाने का मौका दे रही है, तो हम चुनाव आयोग से हस्तक्षेप की अपील करेंगे।'
बीजेपी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष भी हेमंत सोरेन सरकार पर बरसे
भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने आरोप लगाया है कि राजेन्द्र आयुविज्ञान संस्थान (रिम्स) में निदेशक का बंग्ला राजनीति का अड्डा बन गया है और जेल नियमावली की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में जेल नियमावली को लागू कराने की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है और लालू यादव के मामले में राज्य सरकार जानबूझकर जेल नियमावली को तोड़ रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘झारखंड सरकार में चूंकि राष्ट्रीय जनता दल भागीदार है लिहाजा नियमों का जानबूझकर मजाक बनाया जा रहा है और रिम्स निदेशक के बंग्ले से राजद की पूरी राजनीतिक गतिविधियां चलायी जा रही हैं।’
क्या कहता है जेल का नियम
इस बीच, रांची स्थित बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर ने जेल नियमावली के बारे में पूछे जाने पर बताया, ‘किसी सजायाफ्ता कैदी के मामले में 15 दिनों में एक बार उसके परिजन या बहुत निकट के अधिकतम तीन व्यक्तियों को मिलने की छूट होती है।’
क्या रिम्स निदेशक के बंग्ले में उनकी इजाजत के बिना बड़ी संख्या में राजद के लोग लालू यादव से मिल रहे हैं, इस सवाल पर अख्तर ने कहा, ‘मैं मामले की जांच कर रहा हूं और स्वयं इन शिकायतों की जांच के लिए सोमवार को रिम्स गया था। लालू के निवास के लिए उपयोग किये जा रहे रिम्स निदेशक के बंग्ले की पूरी जांच की और सभी सुरक्षाकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं।’