16 नवंबर को शपथ, 80 दिन बाद भी मंत्रिमंडल विस्तार नहीं, सीएम नीतीश ने भाजपा पर फोड़ा ठीकरा, जानें कहां फंसा है पेंच?
By एस पी सिन्हा | Published: February 8, 2021 05:46 PM2021-02-08T17:46:08+5:302021-02-08T19:28:03+5:30
बिहार के सीएम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूची नहीं देने का ठीकरा भाजपा के माथे पर फोड़ दिया है. ऐसे में यहां कई सवाल उठने शुरू हो गये हैं.
पटनाः बिहार में नीतीश कैबिनेट विस्तार का मामला अब नहीं सुलझा है, जिसके कारण सियासी गलियारों में अटकलें तेज हैं.
भाजपा और जदयू के बीच सहमति नहीं बन पाने की वजह से 80 दिन बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है. वहीं अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने के पीछे का कारण बताया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिस्ट आने पर नए मंत्रियों की शपथग्रहण कराने की बात कही है.
बिहार में कैबिनेट विस्तार लिस्ट आने के बाद किया जाएगा
प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना के पीएमसीएच अस्पताल के शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा, उस वक्त सभी को इसकी जानकारी मिल जाएगी. बिहार में कैबिनेट विस्तार लिस्ट आने के बाद किया जाएगा.
वहीं पीएमसीएच के विस्तारीकरण का शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा कि मैंने आज आते ही यहां का कार्य देखा. कॉन्ट्रैक्टर को कहा कि सात साल नहीं पांच साल में ही पीएमसीएच को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर पूरा कर दीजीए. आखिरकार कितने दिनों से सोचते-सोचते यह काम शुरू होने जा रहा है. मुझे अंदर से इस काम के शुरू होने की बेहद खुशी है.
कैबिनेट से मंजूरी के बाद आज भूमि पूजन किया गया
अब मैं रोज देखूंगा कि काम कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि- ऐ बनानेवाले (कॉन्ट्रैक्टर), जो चाहिए हम कर देंगे, राज्य सरकार काम करने में पूरा सहयोग करेगी, बस सात साल नहीं पांच साल में काम पूरा कर दीजीए. उन्होंने कहा कि यहां के काम का मैं औचक निरीक्षण भी करूंगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पीएमसीएच को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से युक्त एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल बनाया जाएगा. इसके लिए कैबिनेट से मंजूरी के बाद आज भूमि पूजन किया गया है.
715 क्षमता वाला धर्मशाला बनेगा
पीएमसीएच की छत पर एक हेलिपैड बनाया जाएगा, जहां से मरीज एयर एंबुलेंस से लिफ्ट किए जाने और लैंडिंग की व्यवस्था होगी. मेडिकल कॉलेज और छात्रावास में आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी. यहां 15000 क्षमता वाला ऑडिटोरियम बनाया जाएगा. 715 क्षमता वाला धर्मशाला बनेगा, जहां मरीजों के परिजन ठहर सकेंगे.
पीएमसीएच को वर्ल्ड क्लास हॉस्पिटल बनाने की तैयारी
550 नर्सो का हॉस्टल बनाया जाएगा. इसके अलावा यहां कार्यरत चिकित्सकों और अन्य स्टाफ के लिए भी रहने की व्यवस्था परिसर में ही की जाएगी. तीन हजार से ज्यादा गाडियों के पार्किंग की व्यवस्था होगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पुर्नविकास के लिए शिलान्यास एवं पूजन किया. 5,540 करोड़ की लागत से पीएमसीएच को वर्ल्ड क्लास हॉस्पिटल बनाने की तैयारी है.
यहां 5, 562 बेड और 487 बेड वाले इमरजेंसी यूनिट बनाने की योजना है. यदि योजना के अनुसार इस हॉस्पिटल में सुविधाएं विकसित हो जाती है तो यह एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल होगा. सात साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य है. मगर सीएम ने इसे पांच साल में ही पूरा करने का लक्ष्य दिया है.
बिहार में 16 नवंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हुआ था
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार कैबिनेट का विस्तार कब होगा इसका जवाब होता है बहुत जल्द. लेकिन बहुत जल्द कब खत्म होगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है. अब तो बहुत जल्द कहते-कहते बिहार भाजपा के नेता भी थक गए हैं. बिहार में 16 नवंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हुआ था.
मुख्यमंत्री ने कैबिनेट विस्तार नहीं होने के लिए चार बार भाजपा के मत्थे ठीकरा फोड़ चुके हैं
उस दिन मुख्यमंत्री नीतीश के अलावे भाजपा कोटे से 7, जदयू कोटे से 5 व हम और वीआईपी कोटे से एक-एक सदस्य मंत्री बने. हालांकि बाद में जदयू कोटे के एक मंत्री को इस्तीफा देना पडा था. शपथ ग्रहण के कुछ दिन बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कह कर सबको चौंका दिया था कि भाजपा की तरफ से लिस्ट नहीं मिली है. इस वजह से मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा. इसके बाद मुख्यमंत्री ने कैबिनेट विस्तार नहीं होने के लिए चार बार भाजपा के मत्थे ठीकरा फोड़ चुके हैं.
नीतीश कुमार को भाजपा के संभावित मंत्रियों की सूची भी सौंप दी गई है
हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ संजय जायसवाल ने दावा करते हुए कहा था कि राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार विधानसभा का बजट सत्र आरंभ होने के पूर्व हो जायेगा. जायसवाल ने कहा था कि इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा के संभावित मंत्रियों की सूची भी सौंप दी गई है.
पार्टी में बनी सहमति के आधार पर हीं मंत्रियों की सूची सौंपी गई है और मुख्यमंत्री शीघ्र हीं मंत्रीमंडल में शामिल होनेवाले नये सदस्यों को शपथ ग्रहण की व्यवस्था करवायेंगे. लेकिन आज फिर से मुख्यमंत्री ने सूची नहीं देने का ठीकरा भाजपा के माथे पर फोड़ दिया है. ऐसे में यहां कई सवाल उठने शुरू हो गये हैं.