बिहार: सीएम नीतीश कुमार ने बगैर नाम लिए तेजस्वी यादव पर कसा तंज, कहा- रहते हैं बिहार के बाहर, लिखते रहते हैं उल्टा-पुल्टा
By एस पी सिन्हा | Published: February 21, 2021 05:26 PM2021-02-21T17:26:29+5:302021-02-21T17:26:29+5:30
बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी शासनकाल की याद दिलाई हैं। उन्होंने बिना नाम लिए ही तेजस्वी यादव पर तंज कसा है।
पटना,21 फरवरी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज स्वास्थ्य विभाग की कई योजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने बिहार को विशेष दर्जा समेत अन्य मसलों पर अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि हम हर घर तक बिजली पानी पहुंचाने के काम में जुटे हुए हैं। लेकिन केंद्र से मिलने वाली बिजली के रेट में एकरूपता लाए जाने की जरूरत है। जहरीली शराब से बिहार में हुई मौतों के लिए मुख्यमंत्री ने शराब पीने वालों को ही जिम्मेदार ठहराया।
शराबबंदी को लागू करना उनका व्यक्तिगत नहीं बल्कि बिहार की जनता का फैसला है बिहार की महिलाएं चाहती हैं कि शराबबंदी लागू रहे। संवाद में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश ने ई-संजीवनी, अश्विन, 102 एम्बुलेंस ट्रैकिंग सिस्टम और वांडर ऐप का शुभारंभ किया। इसी दौरान नीतीश कुमार ने एक बार फिर लालू-राबडी राज की याद दिलाई और तंज भी कसा।
उन्होंने कहा कि जब से हमें काम करने का मौका मिला है, तभी से स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम शुरू किया है। पहले स्थिति क्या थी यह कहने की जरूरत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि 2006 में सबसे पहले हमलोगों ने इसकी समीक्षा कराई तो पता चला कि एक दिन में एक पीएचसी में औसतन प्रति दिन एक मरीज ही अस्पताल जाते थे और बहुत कम ही दिन 2 मरीज अस्पताल जाते थे।
नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी के समय के स्वास्थ्य व्यवस्था पर खड़े किए कई सवाल
इस तरह नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी के समय के स्वास्थ्य व्यवस्था का जिक्र किया और तंज कसा। नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में बिना नाम लिये तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि हम जीविका दीदीयों को समृद्ध कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग इन्हें भी भडका रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ-कुछ लिखकर भडकाया जा रहा है। लेकिन जो लोग भडका रहे उनको ए.बी.सी.डी पता है क्या?
हम लोगों ने स्वयं सहायता समूह बनाया और नामकरण जीविका किया। हमारे नाम का केंद्र सरकार ने अपनाया और नाम दिया आजीविका। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बिहार में नही रहते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ-कुछ लिखते रहता है। उनको कुछ जानकारी है नहीं लेकिन उल्टा-पुल्टा लिखते रहना है।
कोरोना जांच में गड़बड़ी के सवाल से बचते नजर आए नीतीश कुमार
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना जांच में गड़बड़ी पर सीधे-सीछे कुछ नहीं बोला। कोरोना जांच में फर्जीवाड़े के बारे में उन्होंने कहा कि कोरोना जांच, वैक्सिनेशन में बिहार ने काफी अच्छा काम किया है। लेकिन कुछ लोग गडबड करने वाले होते हैं। वो गडबड करेंगे। लेकिन कुल मिलाकर काफी बेहतर काम हुआ है। नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अम़ृत के कामों का बखान किया और कहा कि ये बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। उनकी खूब पीठ थपथपाई।
इस दौरान मुख्यमंत्री की उपस्थिति में जीविका दीदी की रसोई का एमओयू भी साइन किया गया। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्होंने पंद्रह सालों से जीविका दीदीयों के बारे में काम कर रहे हैं। हम इनको अभी नहीं छोडेंगे, लक्ष्य प्राप्ति के बाद ही इनको हम यहां से जाने देंगे।
स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए मंत्री मंगल पांडेय ने कही ये बड़ी बात
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो जिम्मेदारी दी है उसे मैं पूरा कर रहा हूं। स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार काम किये जा रहे हैं। पीएमसीएच को नये सिरे से विस्तारित किया जा रहा है। पीएचसी से लेकर जिला स्तर और राज्य स्तर के अस्पतालों में व्यवस्था को सुदृद्ध किया जा रहा है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए पैसे की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि शहरी क्षेत्र में 20 मिनट में और ग्रामीण क्षेत्र में 35 मिनट में एंबुलेंस पहुंचाना है। एक वित्तीय वर्ष में यह काम पूरा करेंगे। एक हजार एंबुलेंस का और भी इंतजाम किया जाएगा।