बिहार: विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव ने उठाया बेजगारी व पलायन का मुद्दा, नीतीश कुमार से पूछे 17 सवाल
By एस पी सिन्हा | Published: September 16, 2020 02:09 PM2020-09-16T14:09:21+5:302020-09-16T14:09:21+5:30
तेजस्वी यादव ने आज केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के ट्वीट पर तंज कसा है और मुख्यमंत्री नीतीश की सरकार पर हमला किया है. दरअसल तेजस्वी ने 8 नवंबर 2014 के ट्वीट पर बिहार सरकार को घेरने की कोशिश की है.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच अब सियासी दलों ने एक दूसरे पर जुबानी हमले की रफ्तार तेज कर दी है. विधानसभा चुनाव को लेकर नीतीश सरकार पर लगतार हमला कर रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी, पलायन और उद्योग-धंधों को लेकर एक बार फिर नीतीश सरकार को घेरा है. तेजस्वी यादव लगातार युवाओं, पलायन को लेकर नीतीश सरकार को घेर रहे हैं.
उन्होंने इस बार चुनावी अखाडे में उतरने के लिए बेरोजगारी के मुद्दे को धर लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार अपना चेहरा नहीं छुपाये, राज्य के सात करोड युवाओं के सीने में धधक रहे इन ज्वलंत सवालों का जवाब दें. उम्मीद जताई है कि सरकार करोडों बेरोजगार युवाओं के भविष्य से संबंधित इन सवालों का जवाब जरूर देगी.
इसबीच, तेजस्वी यादव ने आज केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के ट्वीट पर तंज कसा है और मुख्यमंत्री नीतीश की सरकार पर हमला किया है. दरअसल तेजस्वी ने 8 नवंबर 2014 के ट्वीट पर बिहार सरकार को घेरने की कोशिश की है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने 8 नवंबर 2014 को यह ट्वीट किया था कि 'भागलपुर और दरभंगा में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क की शीघ्र ही स्थापना की जायेगी'. तेजस्वी यादव ने 6 साल पुराने ट्वीट को लेकर सरकार को घेरा है.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि 6 वर्ष हो चुके है साहब. शीघ्र की परिभाषा क्या होती है? 15 वर्षों में नीतीश कुमार जी और बीजेपी ने मिलकर बिहार के युवाओं को भरमाने और ठगने के अलावा कुछ नहीं किया.
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने अपने लंबे चौडे फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि आदरणीय नीतीश कुमार जी बेरोजगारी के मुद्दे पर मुंह ना छिपाए, बिहार के 7 करोड युवाओं के सीने में धधक रहे इन ज्वलंत सवालों का जवाब दें. अगर जवाब नहीं देते है तो इस चुनाव में युवा करारा जवाब देंगे. उन्होंने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बार 17 सवाल पूछे हैं.
तेजस्वी यादव ने पूछा है कि देश में सबसे अधिक बेरोजगारी बिहार में क्यों है? 15 वर्षों की एनडीए सरकार बताए कि बिहार में आईटी कंपनियां क्यों नहीं बुलाई गई? क्यों नहीं आई और क्यों नहीं आ सकती? बिहार में आईटी पार्क और सेज क्यों नहीं बन सकते?
बिहार में केला, मकई, मखाना, चावल, गन्ना, आलू, लीची, आम इत्यादि अनेकों विश्व प्रसिद्ध अनाज, फल, सब्जियों का इतना उत्पादन होता है तो फिर इन सभी से संबंधित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग 15 वर्षों में क्यों नहीं लगाए गए और क्यों नहीं लग सकते? 15 वर्षों की सरकार जवाब दें?
बिहार दूसरे प्रदेशों जैसे आंध्र प्रदेश से मछली खरीदता है? 15 वर्षों की सरकार बताए कि हम बिहार तमाम मछली उत्पादन संबंधित संसाधन होने के बावजूद यहां ऐसी व्यवस्था क्यों नहीं कर सकते? बिहार में मछली उत्पादन को बढावा देकर, यहां जिलावार मछली बाजार लगाकर मछुआरों की आमदनी और उत्पादन क्यों नहीं बढ़ा सकते?
उन्होंने आगे पूछा है कि 15 वर्षों की नीतीश सरकार बताए, बिहार में इंडस्ट्री स्पेसिफ़िक क्लस्टर क्यों नहीं लगाए जा सकते? 15 वर्षों की सरकार बताए, बिहार में डेयरी प्रॉडक्ट्स यानि दुग्ध उत्पादन संबंधित बडे उद्योग क्यों नहीं लगाए जा सकते? बिहार का दूध, घी, मक्खन, चीज, पनीर, खोया इत्यादि दूसरे प्रदेशों और देशों में क्यों नहीं भेजा जा सकता? 15 वर्षों की सरकार बताए, उन्होंने बुनकर उद्योग, लघु उद्योग और हथकरघा उद्योग के लिए क्या किया?
बड़े पैमाने पर इन उद्योगों को बढावा क्यों नहीं दिया जा रहा? तेजस्वी ने पूछा है कि बिहार में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. 15 वर्षों की सरकार बताए उन्होंने बिहार को अबतक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित क्यों नहीं किया? सरकार विभिन्न विभागों में लंबित साढे चार लाख से अधिक रिक्तियों पर नियुक्तियां क्यों नहीं करती?
15 वर्षों की सरकार नियुक्ति, भर्ती परीक्षा और प्रक्रिया को पारदर्शी तथा नियमित क्यों नहीं करती? सरकार बिहार के स्थायी निवासियों के लिए 90 फीसदी नौकरी आरक्षित करने का प्रावधान करने वाली हमारी डोमिसाइल नीति की मांग स्वीकार क्यों नहीं करती? 15 वर्षों की सरकार बताए कि आपने 15 वर्षों में बिहार मेंकुल कितनी नौकरियां प्रदान की?
उन्होंने आगे पूछा है कि 15 वर्षों में हुई कुल नियुक्तियों का ज़िलावार और वर्गवार आंकडा प्रस्तुत करे? 15 वर्षों में बिहार से कुल कितना पलायन हुआ? बिहार में अप्रत्याशित दर से पलायन क्यों बढ रहा है? 15 वर्षों में बिहार में कुल कितने उद्योग-धंधे और कल-कारख़ाने लगे? 15 वर्षों में पहले से चालू कितनी चीनी मिल, जूट मिल, पेपर मिल एवं दूसरे उद्योग और कारखाने बंद हुए और उससे बिहार को कुल कितने राजस्व व रोजगार के अवसरों की हानि हुई?
15 वर्षों में बिहार का कुल कितने लाख करोड शिक्षा और चिकित्सा के नाम पर दूसरे प्रदेशों में गया? तेजस्वी ने पूछा है कि बिहार के मानव संसाधन का कुल कितने प्रतिशत बिहार में और दूसरे प्रदेशों में कार्यरत है?
आशा है बिहार के करोड़ों बेरोजगार युवाओं के भविष्य से संबंधित इन अतिआवश्यक सवालों का जवाब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अवश्य देंगे. तेजस्वी यादव ने इस ट्वीट के जरिए युवाओं को यह बताने की कोशिश की है कि जो वादे सरकार की तरफ से किए गए थे, वो अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं. अब देखना है कि सत्ता पक्ष की तरफ से तेजस्वी पर कौन पलटवार करता है.