Bihar assembly elections 2020: मंझधार में फंसे रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा, महागठबंधन से आउट, NDA ने पांच सीट ऑफर किया
By एस पी सिन्हा | Published: September 26, 2020 04:40 PM2020-09-26T16:40:31+5:302020-09-26T16:40:31+5:30
महागठबंधन और एनडीए दोनों में खींचतान साफ दिख रही है. लेकिन इस बीच तेजस्वी यादव ने रालोसपा को महागठबंधन से आउट कर दिया है. तेजस्वी से बगावत करने के बाद महागठबंधन से दूरी के बाद कुशवाहा लगातार भाजपा नेताओं के संपर्क में थे, लेकिन वहां भी कुशवाहा की दाल गलती नजर नहीं आ रही है.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही चुनावी दंगल में उतरने को बेताब योद्धाओं में टिकट को लेकर बेचैनी बढ़ गई है. सभी सियासी दल अब पूरी तैयारी के साथ चुनावी दंगल में उतरने को तैयार हैं, लेकिन इस बीच रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा को कोई सही ठिकाना नहीं मिल रहा है.
सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन और एनडीए दोनों में खींचतान साफ दिख रही है. लेकिन इस बीच तेजस्वी यादव ने रालोसपा को महागठबंधन से आउट कर दिया है. तेजस्वी से बगावत करने के बाद महागठबंधन से दूरी के बाद कुशवाहा लगातार भाजपा नेताओं के संपर्क में थे, लेकिन वहां भी कुशवाहा की दाल गलती नजर नहीं आ रही है.
इसबीच, महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर चल रही रस्साकशी के बीच तेजस्वी यादव ने उपेन्द्र कुशवाहा का पत्ता साफ कर दिया है. कुशवाहा तेजस्वी यादव के खिलाफ जाकर राजद पर एकतरफा फैसला लेना का आरोप लगा रहा थे. कुशवाहा मुख्यमंत्री चेहरा और सम्मान जनक सीट को लेकर बार बार तेजस्वी पर हमला कर रहे थे.
इसको लेकर कुशवाहा ने पार्टी की मीटिंग बुलाकर महागठबंधन में रहने या ना रहने का फैसला लेने के लिए अपने नेताओं से बात भी की थी. वहीं, राजद से किनारा करने के बाद अब भाजपा भी उपेन्द्र कुशवाहा को भाव नहीं दे रही है. सही ठिकाना तलाशने की फेर में रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा भाजपा नेताओं के संपर्क में थे, लेकिन अंदरखाने से खबर आ रही है कि कुशवाहा और भूपेन्द्र यादव की मुलाकात में रालोसपा को 5 सीट ही ऑफर किया गया है.
जानकारी के मुताबिक कुशवाहा ने शुक्रवार को भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव से मुलाकात की थी दोनों नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई. इस बैठक के दौरान भाजपा ने कुशवाहा को 5 सीट ऑफर किया है. लेकिन भाजपा के इस ऑफर से कुशवाहा सहमत नहीं हैं. इससे पहले भी कुशवाहा भाजपा के कई बडे़ नेताओं से संपर्क कर चुके हैं. लेकिन अब कुशवाहा की बात बनती नजर नहीं आ रही है.
हालांकि अबतक इसकी किसी ने आधिकारिक पुष्टी नहीं की है. ऐसे में अब सवाल यह है कि ऐस में उपेन्द्र कुशवाहा अब क्या करेंगे? सियासी हलको में यह चर्चा तेज है कि उपेन्द्र कुशवाहा लगातार भाजपा और जदयू नेताओं के संपर्क में हैं. लेकिन सियासी चर्चा पर मुहर कब लगती है और कुशवाहा अपने पत्ते कब खोलते हैं ये देखने वाली बात होगी. सवाल यह भी उठ रहा है कि कुशवाहा इस चुनावी समर में अब कौन सा दांव खेलेंगे?