Bihar Assembly election 2020: यशवंत सिन्हा ने फूंका चुनावी बिगुल, मोर्चा ने शुरू किया ’इस बार बदलो बिहार'
By एस पी सिन्हा | Published: July 7, 2020 04:19 PM2020-07-07T16:19:36+5:302020-07-07T17:19:39+5:30
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा आज पटना के शहीद स्मारक पर माल्यार्पण कर अपना बदलो बिहार अभियान का आगाज किया. इसके बाद उनका पहला पड़ाव जहानाबाद होगा. इसके बाद बोधगया, सासाराम, भभुआ, बक्सर, भोजपुर आदि जिलों का दौरा कर पटना वापस लौटेंगे.
पटनाः बिहार में चुनावी मोड़ में अब तीसरा मोर्चा भी आ गया है. पटना में मानसूनी बारिश के बीच 'इस बार बदलो बिहार' के संकल्प के साथ तीसरा मोर्चा की जन संवाद यात्रा आज राजधानी पटना से शुरू हो गई है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा आज पटना के शहीद स्मारक पर माल्यार्पण कर अपना बदलो बिहार अभियान का आगाज किया. इसके बाद उनका पहला पड़ाव जहानाबाद होगा. इसके बाद बोधगया, सासाराम, भभुआ, बक्सर, भोजपुर आदि जिलों का दौरा कर पटना वापस लौटेंगे.
इस दौरान बिहार में तीसरे मोर्चे की अगुआई कर रहे यशवंत सिन्हा ने कहा कि वे बिहार के सभी जिलों में जन संवाद रैली के माध्यम से लोगों से जुड़ेंगे. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने बताया कि तीसरा मोर्चा चुनाव लडे़गा.
इसका मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार को हटाना है. इस दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य की बदतर स्थिति के लिए राजग सरकार जिम्मेवार है. लगभग 15 सालों तक सत्ता में रहने के बावजूद विकास नहीं हो पाया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बिहार में एक नए राजनीतिक विकल्प की घोषणा की थी
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बिहार में एक नए राजनीतिक विकल्प की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि उनका फ्रंट बिहार विधानसभा का चुनाव लडे़गा. उन्होंने खुद भी चुनाव लड़ने के संकेत दिये. यशवंत सिन्हा ने कहा था कि उनका फ्रंट मजबूती से चुनाव लडे़गा.
यह भविष्य बताएगा कि वे तीसरे फ्रंट हैं या पहले फ्रंट हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार अपने 15 साल के कार्यकाल के आधार पर विफल है. इसी कारण नए मोर्चे के गठन की आवश्यकता पड़ी. अभी कई नेता उनके संपर्क में हैं और ये सारे लोग इस मोर्चे में शामिल होंगे.
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की बदहाली के लिए राज्य सरकार दोषी है. यशवंत सिन्हा ने कहा कि बिहार वर्चुअल रैली या वर्चुअल चुनाव अभियान संभव नहीं है. परंपरागत ढंग से ही चुनाव अभियान चलाया जाना चाहिए. चुनाव आयोग को सारे मामले पर विचार करना चाहिए.
काफिला 15 जुलाई तक बिहार के 20 जिलों में घूमेगी
जन संवाद यात्रा में यशवंत सिन्हा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि, देवेंद्र प्रसाद यादव, बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह, रेणु कुशवाहा, पूर्व सांसद अरुण कुमार, सत्यानंद शर्मा सहित कई नेता शामिल हैं. नेताओं का यह काफिला 15 जुलाई तक बिहार के 20 जिलों में घूमेगी.
यात्रा के दौरान सभाएं होंगी. इस बीच, बिहार भाजपा के प्रवक्ता डॉ. रामसागर सिंह ने कहा कि यशवंत सिन्हा के मुंह से विकास की बातें अच्छी नहीं लगती. देश का सोना गिरवी रखने वाले लोग क्या करेंगे, बिहार का विकास? जिस नेता ने सोना गिरवी रखने का निर्णय लिया हो वह क्या खाक विकास करेगा?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यशवंत सिन्हा विरोधियों से मिले हुए हैं और एक प्लानिंग के तहत तीसरा मोर्चा का गठन किया गया है ताकि इसका फायदा विरोधियों को मिल सके. लेकिन उनकी मंशा कामयाब नहीं होगी. बिहार की जनता सब देख और समझ रही है.