Bihar Assembly election 2020: लालू परिवार पर हमला, लिखा जा रहा है- 'एक ऐसा परिवार, जो बिहार पर भार'
By एस पी सिन्हा | Published: September 22, 2020 04:58 PM2020-09-22T16:58:37+5:302020-09-22T16:58:37+5:30
चुनाव से पहले जदयू और राजद के बीच सियासत की जंग तेज हो गई है और न सिर्फ सोशल मीडिया पर यह लड़ाई लड़ी जा रही है बल्कि पोस्टरों और बैनरों के जरिए भी एक-दूसरे पर हमला किया जा रहा है.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासत की तपिश लगातार तेज हो रही है. चुनावी अखाडे़ में उतरने के लिए अब हर सियासी दल पूरी तरह से तैयार है.
बयानों के साथ साथ इस साल के शुरुआत से जो पोस्टरवार शुरू हुआ है, वह थमने का नाम नहीं ले रहा है. लालू परिवार पर हमला करते हुए एक ओर पोस्टर पटना की सड़कों पर दिखने लगा है. चुनाव से पहले जदयू और राजद के बीच सियासत की जंग तेज हो गई है और न सिर्फ सोशल मीडिया पर यह लड़ाई लड़ी जा रही है बल्कि पोस्टरों और बैनरों के जरिए भी एक-दूसरे पर हमला किया जा रहा है.
लालू परिवार पर गढ़ा नारा 'एक ऐसा परिवार, जो बिहार पर भार' चर्चा में आ गया है. इसी नारे के साथ मंगलवार को भी एक नयी होर्डिंग लगाई गई है. इसमें लालू परिवार को 'लूट एक्सप्रेस' पर सवार दिखाया गया है. खास बात यह कि ऐसी एक होर्डिंग राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव के बंगले के पास भी लगा दिया गया है.
इस तरह से पटना में कई जगहों पर एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें लालू परिवार को बिहार पर भार बताया गया है. पोस्टर में लिखा है हत्या लूट अपहरण भ्रष्टाचार एक परिवार बिहार पर भार. इस पोस्टर में लालू यादव और तेजस्वी यादव एक बस पर खडे़ हैं, जिसे लूट एक्सप्रेस बताया गया है. बस में तेज प्रताप यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती बैठी नजर आ रही हैं.
इस पोस्टर में लालू और तेजस्वी को लूट एक्सप्रेस का संचालक बताया गया है. इस पोस्टर के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि लालू और तेजस्वी लूट एक्सप्रेस को संचालित कर रहे हैं और गाड़ी के अंदर उनके परिवार के लोग इस गाड़ी में बैठे हुए हैं. इस पोस्टर पर लिखा है एक परिवार बिहार पर भार. दूसरी तरफ एक मजदूर की तस्वीर है. कुछ दिन पहले भी ऐसा ही एक पोस्टर लगाया गया था, जिसके जरिए पूरे लालू परिवार को बिहार पर भार बताया गया था.