Bihar Assembly election 2020: भाजपा की वर्चुअल रैली, गर्मायी राजनीति, तेजस्वी यादव किए हमले, अमित शाह करेंगे संबोधित
By एस पी सिन्हा | Published: June 6, 2020 03:23 PM2020-06-06T15:23:47+5:302020-06-06T15:23:47+5:30
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली के माध्यम से लोगों को संबोधित करने वाले हैं. वहीं, बिहार विधानसभा में वोरोधी दल के रेना तेजस्वी यादव ने भाजपा की रैली पर निशाना साधा है.
पटनाः कोरोना काल के बीच बिहार विधान सभा चुनाव की तैयारियों की सुगबुगाहट तेज हो गई है. अब राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है. भाजपा बिहार विधान सभा का शंखनाद कर रही है.
सात जून को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली के माध्यम से लोगों को संबोधित करने वाले हैं. वहीं, बिहार विधानसभा में वोरोधी दल के रेना तेजस्वी यादव ने भाजपा की रैली पर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा है कि अमित शाह मौत का जश्न मनाने के लिए बिहार आ रहे हैं. यही नहीं तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है और कहा है कि नीतीश छुरा घोंपने में माहिर हैं और दूसरे के कंधे पर बंदूक रखकर चलाना जानते है.
तेजस्वी यादव ने अमित शाह के रैली की तैयारियों को देखते हुए हमलावर रुख अपनाते हुए कहा है कि भाजपा मौत का जश्नन मना रही है. लोग भूख और गोली से बिहार में मर रहे हैं. जो पुलिस मुख्यालय ने कल जो पत्र जारी किया था, वह नीतीश कुमार की अंतरआत्मा की आवाज थी.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दो ही काम है. पहला है कि पीठ में छूरा घोपों और दूसरे के कंधे पर रखकर बंदूक चलाओं है. मुख्यमंत्री जनता की चिंता नहीं कर रहे हैं. वह सिर्फ वोट बैंक और अपनी चिंता कर रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान लोग परेशान है. भूख से मर रहे हैं. इससे सरकार को कोई लेना देना नहीं है.
जो प्रवासी मजदूर बिहार आए है इससे सरकार खतरा बता रही है. वहीं तेजस्वी यादव ने राजद के प्रदेश कार्यालय में एक नया पोस्टर जारी किया है. इस पोस्टर में पुलिस मुख्यालय के उस पत्र को लगाया है. जिसमें प्रवासी मजदूरों को बिहार के लिए खतरा बताया गया था.
इसबीच, प्रवासी मजदूरों को लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा खतरा बताए जाने के बाद तेजस्वी यादव के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव बिहार सरकार पर भडके गए हैं. दोनों ने कहा कि बिहार सरकार बेशर्म है. प्रवासी मजदूरों को मदद के बदले उसे अपराधी और गुंडा बता रहे हैं.