ट्रेन दुर्घटना के बारे में जान कर दुखी हूं जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, भाजपा अध्यक्ष नड्डा का ट्वीट
By भाषा | Published: May 8, 2020 02:38 PM2020-05-08T14:38:27+5:302020-05-08T14:39:53+5:30
मायावती ने कहा कि महाराष्ट्र रेल दुर्घटना में हुई 16 मौतें और अनेकों के घायल होने से मैं बहुत दुखी हूं ये सब केंद्र और राज्य सरकार के लापरवाही से ही हुआ है। इस मामले में मेरा यही कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार इस तरह की घटना को पूरी गंभीरता से लें ताकि फिर से ऐसी घटना न हो।
नई दिल्लीः भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने औरंगाबाद में मालवाहक ट्रेन से कुचले जाने से प्रवासी मजदूरों की मौत पर शोक प्रकट करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह इस दुर्घटना से बेहद दुखी हैं और उसे शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल की पटरियों पर सो रहे कम से कम 16 प्रवासी मजदूरों की शुक्रवार सुबह एक मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई। नड्डा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दुखद ट्रेन दुर्घटना के बारे में जान कर दुखी हूं जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।’’
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से सभी स्वास्थ्य दिशा निर्देशों का पालन करते हुए प्रशासन को बचाव कार्य में शामिल होने और पूरा सहयोग देने को कहा है। उन्होंने कहा कि वह इस घटना पर गहरी संवेदना प्रकट करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
I am pained beyond words to learn about the tragic train accident in Aurangabad, Maharashtra. I have asked our karyakartas to join the rescue operation and provide full support to the administration along with adherence to all health protocols.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) May 8, 2020
ठाकरे ने श्रमिकों की मौत पर दुख व्यक्त किया, मुआवजे की घोषणा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद में ट्रेन हादसे का शिकार हुए श्रमिकों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए प्रत्येक पीड़ित परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की मुआवजा देने की शुक्रवार को घोषणा की। मध्य प्रदेश के कम से कम 16 श्रमिकों की मौत महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के करमाड रेलवे स्टेशन के निकट हो गई। ये श्रमिक रेल पटरी पर सो रहे थे और एक मालवाहक ट्रेन की चपेट में आ गए। इस दुर्घटना में दो अन्य श्रमिक घायल हैं। एक अधिकारी ने बताया जालना से पैदल भुसावल जा रहे मजदूर मध्य प्रदेश के अपने गांवों की ओर लौट रहे थे और थक कर पटरियों पर सो गए थे। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। ठाकरे ने कहा कि वह श्रमिकों को ले जाने के लिए ज्यादा ट्रेन चलाने के संबंध में केंद्र सरकार से लगातार संपर्क में हैं। देशव्यापी बंद की वजह से बड़ी संख्या में मजदूर देश के कई हिस्सों में फंसे हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस संबंध में जल्द ही व्यवस्था की जाएगी। श्रमिकों को धैर्य नहीं खोना चाहिए।’’ इस घटना की जानकारी मिलने के बाद ठाकरे ने मुख्य सचिव अजय मेहता और रेल अधिकारियों से विस्तृत जानकारी हासिल करने के लिए बातचीत की। ये श्रमिक जालना के एक स्टील उत्पादन संयंत्र में काम करते थे। जालना मध्य महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के पड़ोस में है। ठाकरे ने श्रमिकों से अपील की है कि वे अपनी जान खतरे में नहीं डालें और आश्रय शिविरों में ही रहें। उनकी यात्रा को ले कर व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य सरकार लगातार रेल मंत्रालय के संपर्क में है। एक ट्रेन जल्द ही मुंबई से रवाना होगी। मैं श्रमिकों से अपील करता हूं कि वे अपनी जान खतरे में न डालें।’’ ठाकर ने श्रमिकों से अपील की है कि जब तक उन्हें ट्रेन की समय-सारिणी के बारे में सूचना न दे दी जाए तब तक वे शिविरों से बाहर न निकलें। इन शिविरों में खाना और दवाओं की व्यवस्था है।