ओवैसी ने कहा- चीनी रक्षा मंत्री के राजनाथ सिंह से मुलाकात के 8 घंटे बाद भी भारत का बयान नहीं आया, क्या पीएम मोर के साथ खेल रहे हैं?
By अनुराग आनंद | Published: September 5, 2020 02:20 PM2020-09-05T14:20:07+5:302020-09-05T14:22:39+5:30
चीन व भारत के रक्षा मंत्री के मुलाकात के बाद ड्रैगन की तरफ से साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए बयान में कहा गया है कि चीन एक इंच जमीन से भी पीछे नहीं हटेगा। ऐसे में भारत की तरफ से मुलाकात के 8 घंटे बाद भी बयान नहीं दिए जाने पर असदुद्दीन ओवैसी से मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
नई दिल्ली:रूस में चीनी रक्षा मंत्री से राजनाथ सिंह के मुलाकात के बाद चीन की तरफ से बयान आया कि एक इंच भी जमीन भारत को नहीं लेने देंगे। लेकिन, इस मुलाकात के 8 घंटे बाद भी भारत की तरफ से कोई सरकारी बयान सामने नहीं आने पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया, 'मॉस्को में द्विपक्षीय बातचीत के बाद चीनी रक्षा मंत्री के बयान के 8 घंटे बाद भी हमारी सरकार की तरफ से कोई बयान अभी तक नहीं आया। क्या पीएम मोर के साथ खेलने में व्यस्त हैं?'
8 hours after the Chinese defence minister issued a statement after bilateral talks in Moscow, we still don't have a statement from our government. Is our PM busy playing with peacocks in his palatial garden to not have time for 1000 sq km lost to China in Ladakh?@rajnathsingh
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 5, 2020
चीन के रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद ये कहा-
भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा पर लगातार तनाव बना हुआ है। इस तनाव के बीच शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगही मास्को में दो घंटे से अधिक समय तक बैठक हुई है, जिसमें पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को कम करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। बैठक के बाद पहली बार चीन का बयान सामने आया है, जिसमें उसने कहा है कि वह अपनी एक इंच जमीन नहीं गंवा सकता है।
दरअसल, पूर्वी लद्दाख में मई में सीमा पर हुए तनाव के बाद से दोनों ओर से यह पहली उच्च स्तरीय आमने सामने की बैठक थी। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल गतिरोध दूर करने के लिए चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ टेलीफोन पर बातचीत कर चुके हैं।
बैठक में भारत की तरफ से राजनाथ सिंह ने ये कहा-
सूत्रों ने बताया कि वार्ता के दौरान सिंह ने पूर्वी लद्दाख में यथा स्थिति को बनाए रखने और सैनिकों को तेजी से हटाने पर जोर दिया। सिंह के कार्यालय ने ट्वीट किया, 'रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही के बीच मॉस्को में बैठक समाप्त हुई। यह बैठक दो घंटे 20 मिनट तक चली।' भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने चीनी सेना के पैंगोंग झील के दक्षिण तट में यथास्थिति बदलने के नए प्रयासों पर कड़ी आपत्ति जताई और वार्ता के माध्यम से गतिरोध के समाधान पर जोर दिया। एक सूत्र ने कहा, "दो रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत का केन्द्र लंबे समय से चले आ रहे सीमा गतिरोध को हल करने के तरीकों पर था।"
रूस की राजधानी मास्को में एक प्रमुख होटल में रात करीब साढ़े नौ बजे (भारतीय समयानुसार) वार्ता शुरू हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा सचिव अजय कुमार और रूस में भारत के राजदूत डी बी वेंकटेश वर्मा भी थे। सूत्रों ने बताया कि चीन के रक्षा मंत्री ने बातचीत की पेशकश की थी। दोनों नेता एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मॉस्को में हैं।