अनुच्छेद 370ः राहुल गांधी, आजाद, डी राजा सहित कई विपक्षी नेता शनिवार को करेंगे कश्मीर का दौरा
By भाषा | Published: August 23, 2019 08:59 PM2019-08-23T20:59:06+5:302019-08-23T20:59:06+5:30
गांधी के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा, भाकपा महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा सहित कई अन्य नेता शामिल होंगे। ये नेता शनिवार दोपहर श्रीनगर के लिए रवाना होंगे। कश्मीर के दौरे पर राहुल समेत सभी नेता वहां पर हालात का जायजा लेंगे तथा स्थानीय नेताओं और सुरक्षा बलों से मुलाकात की कोशिश करेंगे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता शनिवार को कश्मीर का दौरा करेंगे और अनुच्छेद 370 के प्रमुख प्रावधानों को हटाए जाने के बाद वहां की स्थिति का जायजा लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक गांधी के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा भी जा रहे हैं । इन नेताओं का दोपहर के समय श्रीनगर पहुंचने का कार्यक्रम है। एक सूत्र ने बताया कि अगर श्रीनगर में दाखिल होने की इजाजत मिली तो राहुल समेत सभी नेता वहां पर हालात का जायजा लेंगे तथा स्थानीय नेताओं एवं निवासियों से मुलाकात करेंगे।
विपक्षी नेताओं के इस प्रतिनिधिमंडल में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा, राजद के मनोज झा, द्रमुक के तिरुचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी और कुछ अन्य दलों के नेता शामिल होंगे। दरअसल, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को कश्मीर आने का न्योता दिया था जिसके बाद राहुल गांधी कल श्रीनगर जाने वाले हैं।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को यहां प्रदर्शन भी किया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा, सपा नेता रामगोपाल यादव, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
A delegation of Opposition party leaders to visit SRINAGAR tomorrow. Congress leaders Rahul Gandhi, Ghulam Nabi Azad, Anand Sharma, CPI's D Raja, CPI(M)'s Sitaram Yechury, RJD's Manoj Jha will also be a part of the delegation. #JammuAndKashmirpic.twitter.com/wkXdRv6CbN
— ANI (@ANI) August 23, 2019
गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कई प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों को बांटने का कदम उठाया। इसके मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य के कई इलाकों में ऐहतियातन भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई और मोबाइल एवं इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया गया अथवा नजरबंद किया गया।