केंद्र सरकार के बर्ताव से नाखुश चंद्रबाबू नायडू, कहा- मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आखिरी रास्ता
By भारती द्विवेदी | Published: February 20, 2018 01:46 PM2018-02-20T13:46:36+5:302018-02-20T17:31:01+5:30
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बज़ट 2018 में आंध्र प्रदेश के लिए किए गए वित्तीय आवंटन से राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और टीडीपी नाराज हैं।
नई दिल्ली, 20 फरवरी: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता एन चंद्रबाबू नायडू ने एकबार फिर से नरेंद्र मोदी सरकार के प्रति अपनी नाखुशी जाहिर की है। नायडू ने आरोप लगाया है कि केंद्री की बीजेपी सरकार भी कांग्रेस सरकार की तरह आंध्र प्रदेश की तरह भेदभाव कर रही है। सीएन नायडू ने कहा, "केंद्र सरकार हमारे प्रदेश के साथ अन्याय कर रही है। मैं सिर्फ न्याय की बात कर रहा हूं, जिसकी वजह से बीजेपी और वाईएसआरसीपी मुझे क्रिटिसाइज कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने समय में हमारे साथ गलत किया, अब बीजेपी भी वही कर रही है।"
Center should do justice to our state. I am only asking for justice. But both YSRCP, BJP are criticizing me. Congress is blaming me. It's not good. Cong did injustice at the time of bifurcation, now BJP isn't properly implementing the promises: Chief Minister N Chandrababu Naidu pic.twitter.com/9ERRQuj5UE
— ANI (@ANI) February 20, 2018
नायडू ने आगे कहा- 'कुछ लोग मुझसे इस्तीफा मांग रहे हैं। मैं उनलोगों से पूछना चाहता हूं कि मेरी पार्टी के सांसद अगर इस्तीफा दे देंगे तो हमारे राज्य के अधिकारों के लिए लड़ाई कौन लड़ेगा? अविश्वास प्रस्ताव हमारा आखिरी रास्ता है। लेकिन उसके लिए भी 54 सांसदों की जरूरत है जो कि हमारे पास नहीं है।'
Some are asking for resignations. If our MPs resign, who will fight for our state. No confidence motion should be last resort. We will not simply put such motion. It needs at least 54 MPs. But we don't have that number: Chief Minister NC Naidu on special status to #AndhraPradeshpic.twitter.com/jU59Cm0RQ6
— ANI (@ANI) February 20, 2018
बीजेपी से क्यों खफा हैं एन चंद्रबाबू नायडू ?
एक फरवरी को नरेंद्र मोदी सरकार ने आम बजट पेश किया था। टीडीपी इस बजट से खुश नहीं है। उनका कहना है कि इस आम बजट में आंध्र प्रदेश की अनदेखी की गई है। इस आम बजट के अगले दिन ही एन चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी की आपात बैठक बुलाई थी। उस मीटिंग में सीएम नायडू ने सांसदों से कहा कि प्रदेश के साथ न्याय नहीं हुआ है। इसके जवाब में एनडीए का साथ छोड़कर दिया जा सकता है, लेकिन अभी बजट सत्र तक इंतजार करेंगे।