नागरिकता संशोधन बिल: जानिए कपिल सिब्बल के अलावा राज्य सभा में कौन-कौन विपक्षी नेता बोलेंगे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 11, 2019 09:49 AM2019-12-11T09:49:37+5:302019-12-11T09:51:17+5:30
लोकसभा में विधेयक के पक्ष में 311 मत और विरोध में 80 मत पड़े थे। विपक्ष के कुछ संशोधनों पर मत विभाजन भी हुआ और उन्हें सदन ने अस्वीकृत कर दिया। हालांकि, राज्य सभा में सरकार को इस विधेयक को पास कराने को लेकर विशेष तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है।
नागरिकता संशोधन बिल आज राज्य सभा में पेश होना है। बिल को पास कराने के लिए भाजपा सरकार ने कमर कस ली है। वहीं, विपक्ष किसी भी तरह से इस बिल को राज्य सभा में पास होने से रोकना चाहती है। विपक्ष की तरफ से इस बिल पर बहस के दौरान राज्य सभा में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के अलावा तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओ ब्रायन और समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव भी अपनी बात रखेंगे।
Among the Opposition leaders who will speak during #CitizenshipAmendmentBill debate in Rajya Sabha, are Kapil Sibal from Congress,Derek O'Brien from Trinamool Congress and Ramgopal Yadav from Samajwadi Party pic.twitter.com/9Uxlx7MuZc
— ANI (@ANI) December 11, 2019
बता दें कि लोकसभा में विधेयक के पक्ष में 311 मत और विरोध में 80 मत पड़े थे। विपक्ष के कुछ संशोधनों पर मत विभाजन भी हुआ और उन्हें सदन ने अस्वीकृत कर दिया। हालांकि, राज्य सभा में सरकार को इस विधेयक को पास कराने को लेकर विशेष तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। रिपोर्ट्स के अनुसार विधेयक पास कराने में सहयोग को लेकर बीजेपी अन्नाद्रमुक पार्टी से बात कर रही है जिसके 11 सांसद हैं। दूसरी ओर कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
जानिए क्या कहता है राज्य सभा का गणित
सदन की कुल क्षमता 245
खाली सीट- 05
अभी कुल संख्या 240
बहुमत का आंकड़ा 121
राज्य सभा में 12 नामित सदस्यों में से 8 बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा शेष 4 नामित सदस्यों में से तीन बिल के समर्थन में हैं। इसके अलावा पार्टियों की बात करें तो एनडीए के राज्य सभा में 106 सदस्य हैं। इसमें बीजेपी के 83, जेडीयू के 6 सांसद और SAD के 3, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के 1 सदस्य और अन्य 13 हैं।
वहीं, यूपीए में 62 सदस्य हैं। इसमें कांग्रेस के 46, राष्ट्रीय जनता दल के 4, एनसीपी के 4, डीएमके के 5 और अन्य में 3 शामिल हैं। बिल के खिलाफ गैर गठबंधन दल में 44 सदस्य हैं। इसमें तृणमूल कांग्रेस के 13, समाजवादी पार्टी के 9, माकपा के 5, बसपा के 4, आप के 3 और पीडीपी के 2 सदस्य है। इसके अलावा भाकपा के 1, जेडीएस के भी एक सदस्य राज्य सभा में हैं।