अमित शाह की सोशल मीडिया रणनीति लीक, देशभर में बीजेपी वालेटिंयर्स को दे रहे हैं ये 5 मंत्र
By खबरीलाल जनार्दन | Published: July 15, 2018 10:47 AM2018-07-15T10:47:39+5:302018-07-15T16:04:56+5:30
अमित शाह केवल समर्पित बीजेपी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं। वे नये कार्यकर्ताओं से मुलाकात तक नहीं कर रहे। क्या चल रहा है उनके दिमाग में-
नई दिल्ली, 15 जुलाईः अमित शाह इन दिनों एक-एक कर सभी बड़े राज्यों में जाकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए संगठन के रूप में मजबूत करने के लिए पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इन मुलाकातों में समर्पित कार्यकर्ताओं को साशल मीडिया को लेकर पांच मंत्र दे रहे हैं। अमित शाह के अनुसार सोशल मीडिया इस दौर का सबसे मजबूत चुनावी हथियार है। इसलिए उन्होंने अपनी पांच मंत्रों वाली रणनीति बनाई है।
अमित शाह का बीजेपी के कार्यकर्ताओं को पांच मंत्र
1. टि्वटर , फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी तस्वीरें , डेटा और संदेश पोस्ट करने की गलती करने से बचें।
2. सोशल मीडिया में चलने वाले अभियान किसी की छवि बना भी सकते हैं और किसी की विश्वसनीयता खतरे में डाल सकते हैं। इसलिए सोशल मीडिया में विश्ववनीयता खोने से बचें। ऐसी कोई सामग्री सोशल मीडिया में ना पोस्ट करें जो विश्वनीयता को खतरे में डालें।
3- सोशल मीडिया में जमकर अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताएं। फेसबुक, वॉट्सएप, ट्विटर, लिंक्डइन, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि पर मोदी सरकार के चार सालों की उपलब्धियों को गिनाएं।
4- विपक्ष के हमलावर हो रहे तेवरों का तत्काल जवाब दें। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे किसी भी ट्रेंड में अपना पक्ष जरूर रखें। अगर विपक्ष या उसके नेता मोदी सरकार या किसी बीजेपी पर कोई हमला करते हैं तो तत्काल उन्हें जवाब दें।
5- सोशल मीडिया के काम में बस समर्पित कार्यकर्ताओं को भी शामिल करें। अल्पकालिक कार्यकर्ताओं को इसकी ट्रेनिंग के बाद ही मैदान में उतारें। बिना सोचे-समझे पार्टी के बारे में बयानबाजी ना करें। ऐसा कोई बयान ना जारी करें जो इस वक्त या भविष्य में पार्टी के खिलाफ जाए।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों अमित शाह ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, बिहार, तेलंगना की यात्रा की है। वे इन शहरों में अपनी रणनीति को लेकर मीडिया से कोई बात नहीं करते। वे महज इन शहरों में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखते हैं। इनमें वे अपनी बात कह आगे बढ़ जाते हैं। इनमें वे सवाल-जवाब का भी कोई सेशन नहीं रखते।
इसके अलावा वे इन राज्यों में बस समर्पित कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया वालेंटियर्स से ही मुलाकात करते हैं। वे स्थानीय कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात नहीं करते। अपनी इन यात्राओं में अमित शाह मौका मिलने पर शहर के किसी दिग्गज शख्स से संपर्क से समर्थन के बाबत मुलाकात करते हैं और स्थिति का मिजाज समझते हुए रोड शो या जनसभा को संबोधित करते हैं।
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हाल हल में अमित शाह ने पार्टी की तेलंगाना इकाई के नेताओं से कहा कि वे अगले वर्ष होने वाले लोकसभा और तेलंगाना विधानसभा चुनावों में पर्याप्त सीटें जीतने पर ध्यान केंद्रित करें। शाह राज्य में चुनाव रणनीति पर चर्चा के लिए शहर की दिनभर की यात्रा पर पहुंचे थे। तेलंगाना विधानसभा में भाजपा की मात्र पांच सीटें हैं जबकि राज्य से उसका मात्र एक लोकसभा सांसद हैं।
शाह भाजपा की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेताओं से मिले और साथ ही उन लोगों से भी मुलाकात की जो पार्टी के लिए पूर्णकालिक आधार पर काम कर रहे हैं। प्रदेश भाजपा महासचिव जी पी रेड्डी ने संवाददताओं से कहा, ‘‘अमित शाह जी ने पार्टी को 17 संसदीय और 119 विधानसभा क्षेत्रों में (चुनाव लड़ने के लिए) तैयार करने के संबंध में दिशानिर्देश दिये।’’
रेड्डी ने एक सवाल के उत्तर में कहा कि शाह ने समय से पहले चुनाव के संबंध में कोई संदेश नहीं दिया (जिसकी कुछ वर्गों द्वारा अटकलें लगायी जा रही हैं)। इससे पहले प्रदेश भाजपा इकाई ने भाजपा अध्यक्ष शाह का उनके यहां बेगमपेट हवाई अड्डा पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया।
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Glimpses of BJP National President Shri @AmitShah meeting with Shri Ramoji Rao as part of 'Sampark for Samarthan' campaign in Ramoji Film City, Telangana. pic.twitter.com/ch9F89kKYf
— Dr.Ramesh Pokhriyal (@DrRPNishank) July 13, 2018
इसके अलावा उन्होंने बिहार में जनता दल यूनाइटेड के साथ हो रही उठापटक के लिए नीतीश कुमार से बातचीत की थी। उससे पहले तमिलनाडु में उनके जाने पर गोबैक अमित शाह के नारे लगे थे और ट्विटर ट्रेंड चल गया था।
(भाषा के इनपुट से)