केजरीवाल सरकार से अलका लांबा ने पूछा- दिल्ली में हर रोज कुल कितने लोगों की हो रही है टेस्टिंग, क्या असली नंबर छुपाए जा रहे हैं
By रामदीप मिश्रा | Published: April 16, 2020 08:07 AM2020-04-16T08:07:04+5:302020-04-16T08:07:04+5:30
दिल्ली में कोरोना वायरस के बुधवार को 17 नए मामले सामने आए, जिसके बाद शहर में संक्रमितों की संख्या 1578 पहुंच गई। इसके अलावा दो और लोगों ने संक्रमण की वजह से दम तोड़ दिया। दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या 32 हो गई है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है और उनकी सरकार से पूछा है कि दिल्ली में हर रोज कुल कितने लोगों की टेस्टिंग हो रही है?
अलका लांबा ने बुधवार की रात ट्वीट करते हुए लिखा, 'देश की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार बार-बार पूछने पर भी अधिकारिक रूप से बता नहीं रही या फिर जानकर खुद को बचाने के लिए जनता से छुपा रहे हैं कि दिल्ली में हर रोज कुल कितने लोगों की टेस्टिंग हो रही है? या तो पर्याप्त टेस्ट हो नहीं रहे या असली नंबर छुपाए जा रहे हैं?'
इसके अलावा उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'अंध-भक्त आज कल बेहद कन्फ्यूज हैं, सम्मान से सवाल करो तो कहते हैं कि आपको सवाल करने का हक नहीं, आपने तो मोदी जी को वोट ही नहीं दिया, थोड़ा तल्खी से सवाल करो तो तमीज सिखाने आ जाते हैं कि प्रधानमंत्री सिर्फ BJPके नहीं देश के हैं, देश में तो हम भी आते हैं, अब करें तो करें क्या?'
#देश की #मोदी सरकार और #दिल्ली की #केजरीवाल सरकार बार बार पूछने पर भी अधिकारिक रूप से बता नहीं रही या फिर जानकर खुद को बचाने के लिए जनता से छुपा रहे हैं कि #दिल्ली में हर रोज कुल कितने लोगों की टेस्टिंग हो रही है?
— Alka Lamba - अलका लाम्बा🇮🇳 (@LambaAlka) April 15, 2020
या तो प्रयाप्त टेस्ट हो नहीं रहे या असली नंबर छुपाया जा रहा है?
बता दें, दिल्ली में कोरोना वायरस के बुधवार को 17 नए मामले सामने आए, जिसके बाद शहर में संक्रमितों की संख्या 1578 पहुंच गई। इसके अलावा दो और लोगों ने संक्रमण की वजह से दम तोड़ दिया। दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या 32 हो गई है। कुल मामलें में से 1080 वे मरीज हैं जिन्हें विशेष अभियान के जरिए केंद्रों में लाया गया था। सरकार ने मार्च में दिल्ली के निमाजुद्दीन इलाके में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम से संबंधित लोगों को पृथकवास में भेजने के लिए उपाय किए थे।
दिल्ली में मंगलवार रात तक जानलेवा संक्रमण के 1561 मामले थे और 30 लोगों की मौत हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि 1578 मरीजों में से 40 इलाज के बाद ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे गई है जबकि एक देश से बाहर चला गया है।