BJP पर बरसे अखिलेश यादव, कहा-उसकी देश विरोधी नीतियों से निजात चाहती है जनता
By भाषा | Published: December 11, 2018 02:06 AM2018-12-11T02:06:30+5:302018-12-11T02:06:30+5:30
अखिलेश ने कहा, 'कालाधन, भ्रष्टाचार और जीएसटी के मुद्दे पर भाजपा ने जनता को ठगा है। चुनाव से पहले हमारा ऐसा गठजोड़ होगा जो भाजपा का सफाया करेगा। इस दिशा में प्रयास हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी के लिए मुख्य प्राथमिकता है कि पहले संगठन मजबूत करें, हम इसमें लगे हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि भाजपा की देश विरोधी नीतियों से जनता निजात पाना चाहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले सपा सीट बंटवारे में सम्मानजनक फैसला लेगी।
अखिलेश ने कहा, 'कालाधन, भ्रष्टाचार और जीएसटी के मुद्दे पर भाजपा ने जनता को ठगा है। चुनाव से पहले हमारा ऐसा गठजोड़ होगा जो भाजपा का सफाया करेगा। इस दिशा में प्रयास हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी के लिए मुख्य प्राथमिकता है कि पहले संगठन मजबूत करें, हम इसमें लगे हैं। समाजवादी पार्टी सीट बंटवारे में सम्मानजनक फैसला लेगी।'
उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़े-बड़े नेता चुनाव आने से पहले ही लड़ने से मना कर रहे हैं, इस्तीफा दे रहे हैं। वे चुनाव शुरू होने से पहले ही मैदान छोड़ गए हैं। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में धोखे से चुनाव जीता है। समाजवादी पार्टी ने विकास पर चुनाव लड़ा।
अखिलेश ने कहा कि 2017 में भी हमें कम वोट नहीं मिला था। भाजपा ने जाति पर चुनाव लड़ा। साम्प्रदायिकता भाजपा का एजेंडा है। भाजपा ने बहुत खाई पैदा की है।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा ने विकास को रोक दिया है लेकिन भाजपा के तमाम प्रयास निरर्थक साबित होंगे। जनता नोटबंदी से और व्यापारी जीएसटी से परेशान हैं। देश को तरक्की की जरूरत है। लोगों के जीवन में कोई परिवर्तन नहीं आया है। समाजवादी पार्टी परिवर्तन की पक्षधर है। समाजवादी सरकार का काम बोलता है। भाजपा सरकार के किसी भी काम की कोई आवाज नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को अपदस्थ करने में क्षेत्रीय दलों की बड़ी जिम्मेदारी होगी। अखिलेश ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा है कि ठोक दो। इसका नतीजा है कि लखनऊ में विवेक तिवारी और बुलन्दशहर में पुलिस वालों को मार दिया गया। जनता वोट डालने का इंतजार कर रही है। जो वोट से आए हैं वे वोट से ही जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नाम बदलने के अलावा कुछ अच्छा काम भी करें। समाजवादी पार्टी महिला आरक्षण पर चर्चा चाहती है। पार्टियों को अधिकार मिले कि वे अपने हिसाब से महिलाओं को टिकट दें। समाजवादी पार्टी महिला आरक्षण की विरोधी नहीं है।