वाराणसी सीट पर 2019 में पीएम मोदी को टक्कर देगा ये 'मृतक'
By पल्लवी कुमारी | Published: January 18, 2019 08:16 PM2019-01-18T20:16:51+5:302019-01-18T20:16:51+5:30
चुनाव आयोग आगामी मार्च के पहले सप्ताह में लोकसभा चुनाव 2019 कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। छह से सात चरणों में चुनाव होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2019 में लोकसभा चुनाव अब 'मृतक' लड़ेंगे। जी हां, चौंक गए ना, आप कि 'मृतक' कैसे पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव में खड़े हो सकते हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश में 'मृतक संघ' नाम की एक पार्टी है और इसके अध्यक्ष लालबिहारी 'मृतक' हैं। जो कि आजमगढ़ के रहने वाले हैं। लालबिहारी 'मृतक' पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से लड़ेंगे।
इस संघ का चुनावी अजेंडा सिर्फ एक है- सरकारी विभागों में व्याप्त धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के खिलाफ लड़ाई। लालबिहारी का उद्देश्य है कि इन समस्याओं के चलते जिन जीवित व्यक्तियों को मृत घोषित कर दिया गया है ये उनके मौलिक अधिकार के हक की लड़ाई है। बता दें कि भ्रष्टाचार की वजह से इस संघ के जुड़े लोग सरकारी फाइलों में मृत मान लिए गए हैं।
दैनिक जागरण के मुताबिक, मृतक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल बिहारी 'मृतक' ने श्मशान घाट में प्रेसवार्ता कर कहा कि वे ऐसे जीवित, मृतक उम्मीदवारों को सभी सीटों पर चुनाव लड़ाने जा रहे हैं जिनको सरकारी व्यवस्थाओं के भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों ने परिवार रजिस्टरों, खसरा खतौनियों आदि से मृत घोषित कर दिया है।
लाल बिहारी ने ये ऐलान करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि सभी सीटों से मृत घोषित किए गए उम्मीदवार उतारे जाएंगे। फिलहाल सीटवार नामों के चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है।
इन्होंने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ नहीं बल्कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जैसे दिग्गज नेताओं के खिलाफ भी प्रत्याशी उतारेगा।
मार्च के पहले हफ्ते में हो सकता है लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान
चुनाव आयोग आगामी मार्च के पहले सप्ताह में लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। आयोग के सूत्रों ने शुक्रवार को यह संकेत देते हुये लोकसभा चुनाव के साथ कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव भी कराने की संभावना व्यक्त की है। छह से सात चरणों में चुनाव होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल आगामी तीन जून को खत्म होगा। इसके मद्देनजर आयोग ने चुनाव किस महीने में और कितने चरण में कराये जाने हैं, यह तय करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है।
आयोग ने 2004 में लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की 29 फरवरी को चार चरण में, 2009 में दो मार्च को पांच चरण में और 2014 में पांच मार्च को नौ चरण में कराने की घोषणा की थी। पिछले तीनों लोकसभा चुनाव अप्रैल से मई के दूसरे सप्ताह में संपन्न करा लिये गये।