कोरोना योद्धा: इन नर्सों ने अंतिम सांस तक निभाया रोगियों की देखभाल का वादा, दूसरों की सलामती के लिए गंवा दी अपनी जान

By गुणातीत ओझा | Published: April 4, 2020 01:25 PM2020-04-04T13:25:25+5:302020-04-04T14:05:54+5:30

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कोरोना वायरस दुनियाभर में तेजी से पैर पसार रहा है। इस मुश्किल घड़ी में कुछ लोग ऐसे हैं जो इस वैश्विक महामारी के खिलाफ डटकर खड़े हैं और पूरी ताकत से लड़ रहे हैं। इन्हें कोरोना के योद्धा कहा जाए तो गलत नहीं होगा।

हम बात कर रहे हैं उन डॉक्टर्स और नर्सों की जो कोरोना के मरीजों की सलामती के लिए अपना सुख-चैन सब त्याग कर 24 घंटे सेवा दे रहे हैं। इनमें से कई अपनी जान तक गंवा चुके हैं। आइये आपको बताते हैं उन दो ब्रिटिश नर्सों की बहादुरी की कहानी जो अंतिम सांस तक मरीजों की देखभाल करती रहीं और इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

कोरोना वायरस दुनिया में आग की तरह फैल रहा है, यूरोप में इस महामारी से अब तक लाखों जानें जा चुकी हैं। वर्तमान में यूरोप की स्थिति पहले की तरह गंभीर नहीं दिखती, फिर भी यह पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं है।

चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस का प्रसार अब दुनिया भर में हो चुका है। कोरोना से पहले इटली, स्पेन, और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों की स्वास्थ्य प्रणाली टूट गई थी। ब्रिटेन में 3,000 से अधिक कोरोना रोगी अपनी जान गंवा चुके हैं।

कोरोना ब्रिटेन में अब तक 3,000 लोगों की जान ले चुका है।

स्थिति गंभीर है, अतिरिक्त काम के तनाव के बावजूद, ब्रिटेन में डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी पूरी रात काम कर रहे हैं।

मरीज की देखभाल के दौरान दो ब्रिटिश नर्सों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई। दोनों ही अपने बच्चों को तहे-दिल से चाहतीं थीं।

कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद केंट मारगेट के अस्पताल में सेवारत एमी ओरॉक मौत हो गई।

एमी पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना रोगियों की सेवा में खुद को व्यस्त रखीं थीं, उनमें दो सप्ताह पहले कोरोना के लक्षणों का पता चला था।

एमी की मौत के कुछ ही घंटों के भीतर दूसरी ब्रिटिश नर्स अरिमा नसरीन की मौत की खबर ने भी सबको हिला कर रख दिया।

अरिमा ने वलसाल मैनर अस्पताल के वेस्ट मिडलैंड्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। अरिमा ने जिस वॉर्ड में सेवा दी थी, वहीं इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

अरिमा नसरीन पिछले 3 वर्षों से चिकित्सा देखभाल प्रदान कर रही थीं। मार्च के अंत नें पता चला कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।