1 / 8शारदीय नवरात्रि पर्व पितृ पक्ष के समाप्त होने के बाद मनाया जाता है। इस साल शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से लेकर 05 अक्टूबर तक रहेंगे।2 / 8नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की विधि-विधान से उपासना की जाती है। नौ दिनों तक नवरात्रि व्रत रखे जाते हैं।3 / 8नवरात्रि की शरुआत प्रतिपदा तिथि को अखंड ज्योति और कलश स्थापना के साथ होती है। पवित्र कलश की स्थापना के बाद ही देवी की उपासना की जाती है।4 / 8घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 26 सितंबर 2022 को सुबह 6:11 बजे से लेकर 7:51 बजे तक रहेगा। इसके अलावा इस दिन अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12:06 बजे से 12:54 बजे तक है।5 / 8शारदीय नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना करने का विधान है। घटस्थापना का मतलब है कलश की स्थापना करना।6 / 8पहले कलश को गंगा जल से भरें फिर लौंग का जोड़ा, सुपारी, हल्दी की गांठ, दूर्वा और एक रूपये का सिक्का डालें। 7 / 8अब कलश के मुख पर आम या अशोक की पत्तियां लगाएं और ऊपर नारियल रखें। नारियल में चुनरी लपेट दें और कलश के मुख पर मौली बांधें। अब पूर्ण विधि के अनुसार शुभ मुहूर्त में कलश को स्थापित करें।8 / 8जो भक्त सच्चे मन से शारदीय नवरात्रि व्रत को करता है मां दुर्गा उसके समस्त प्रकार के कष्टों को हर लेती हैं और उसे सुखी और समृद्धशाली जीवन प्रदान करती हैं।