Maha Shivratri 2023: महाशिवरात्रि पर भूल से भी न चढ़ाएं भगवान शिव को ये 4 चीजें, वरना रुष्ठ हो जाएंगे महादेव!

By रुस्तम राणा | Published: February 16, 2023 03:51 PM2023-02-16T15:51:47+5:302023-02-16T16:00:05+5:30

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महाशिवरात्रि पर्व 18 फरवरी (शनिवार) को है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिवजी की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन भक्त कच्चे दूध, गंगा जल, घी, भस्म आदि से शिवजी का अभिषेक करते हैं।

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को उनकी प्रिय वस्तुओं को अर्पित किया जाता है, लेकिन शिवपूजा में भक्तों को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। कुछ चीजें को शिवजी को भूल से भी अर्पित नहीं करनी चाहिए।

भगवान शिव को कुमकुम या सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए। कुमकुम या सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है जबकि भगवान शिव वैरागी हैं। शिवलिंग पर भस्म चढ़ाना अच्छा माना गया है।

मान्यता है कि भोलेनाथ को तुलसी का पत्ता भी अर्पित नहीं करना चाहिए। भगवान शिव को तुलसी अर्पित करने से पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है।

भगवान शिव की पूजा में लाल फूल और केतकी के फूलों का प्रयोग भी नहीं किया जाता है। इसके अलावा उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाई जाती।

शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है और हल्दी को सौंदर्य प्रसाधन का सामान माना जाता है। हल्दी का संबंध भगवान व‌िष्‍णु से भी है, इसल‌िए यह भगवान श‌िव को नहीं चढ़ता है।

पूजा में शिवजी को भांग, धतूरा, बेर, चंदन, बेल पत्र, फल और फूल आदि जरूर अर्पित करें। माता पार्वती के लिए सुहागन महिलाएं सुहाग की प्रतीक जैसे चूड़ियां, बिंदी, सिंदूर आदि अर्पित करती हैं।