तनाव के बीच लेह पहुंचे पीएम मोदी, प्राण न्योछावर करने वाले वीर सैनिकों को सलाम, see pics By सतीश कुमार सिंह | Published: July 3, 2020 03:22 PM 2020-07-03T15:22:30+5:30 2020-07-03T15:22:30+5:30
Next Next प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लद्दाख में कहा कि मैं गलवान घाटी में अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर सैनिकों को एक बार फिर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। आपने जो वीरता हाल ही में दिखाई उससे विश्व में भारत की ताकत को लेकर एक संदेश गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लद्दाख में सैनिकों से कहा ने कहा कि हम सशस्त्र बलों की जरूरतों पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। विस्तारवाद का युग समाप्त हो गया है; यह विकास का समय है। आपकी इच्छाशक्ति हिमालय की तरह मजबूत और अटल है, देश को आप पर गर्व है। आपके और आपके मजबूत संकल्प के कारण ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ बनने का हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है।
आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, हम वहीं लोग हैं जो सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं।
हमारे यहां कहा जाता है, वीर भोग्य वसुंधरा।यानी वीर अपने शस्त्र की ताकत से ही मातृभूमि की रक्षा करते हैं। ये धरती वीर भोग्या है। इसकी रक्षा-सुरक्षा को हमारा सामर्थ्य और संकल्प हिमालय जैसा ऊंचा है। ये सामर्थ्य और संकल्प में आज आपकी आंखों में, चेहरे पर देख सकता हूं।
14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है। दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है। आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है। भारत माता के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी।पीएम मोदी आज लद्दाख के लोग हर स्तर पर, चाहे वो सेना हो या सामान्य नागरिक के कर्तव्य हो, राष्ट्र को सशक्त करने के लिए अद्भुत योगदान दे रहे हैं।
आप जो सेवा करते हैं उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता है।आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा जहां आप तैनात हैं।आपकी भुजाएं उन चट्टानों से भी मज़बूत है,आज आपके बीच आकर मैं इसे महसूस कर रहा हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि जब देश की रक्षा आपके हाथों में है, आपके मजबूत इरादों में है, तो सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश को अटूट विश्वास है और देश निश्चिंत भी है।
पूर्वी लद्दाख में भारतीय एवं चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के कुछ ही दिनों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे। यहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से बातचीत की। सूत्रों ने बताया कि मोदी प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के साथ सुबह करीब साढ़े नौ बजे लेह पहुंचे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री इस समय निमू में एक अग्रिम स्थल पर हैं। वहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना एवं आईटीबीपी के कर्मियों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को सीमा की स्थिति से अवगत कराया।
सिंधु नदी के तट पर 11,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित निमू सबसे दुर्गम स्थानों में से एक है। यह जंस्कार पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है। मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत ने लद्दाख में अपनी भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब दिया है।
भारत मित्रता की भावना का सम्मान करता है लेकिन यदि कोई उसकी भूमि पर आंख उठाकर देखता है तो वह इसका उचित जवाब देने में भी सक्षम है। गलवान घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत के वीर सपूतों ने दिखा दिया कि वे कभी भी मां भारती के गौरव को आंच नहीं आने देंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध जारी है।