Pics: बनारस में पीएम मोदी, जंगमबाड़ी मठ पर की पूजा-अर्चना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सबसे ऊंची प्रतिमा का किया अनावरण

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 16, 2020 04:59 PM2020-02-16T16:59:15+5:302020-02-16T16:59:15+5:30

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। प्रधानमंत्री सबसे पहले जंगमबाड़ी मठ पहुंचे और पूजा-अर्चना की। उन्होंने श्री जगद्गुरु विश्ववर्धय गुरुकुल के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भी भाग लिया और 19 भाषाओं में श्री सिद्धान्त शिखमणी ग्रन्थ के अनुदित संस्करण और इसके मोबाइल एप्लिकेशन का विमोचन किया।

इस दौरान उनके साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा भी मौजूद थे। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री वाराणसी के इस एक दिवसीय दौरे पर 430 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल सहित 30 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।

मोदी एक रैली को भी सम्बोधित करेंगे। मोदी एक वीडियो लिंक के माध्यम से आईआरसीटीसी की 'महाकाल एक्सप्रेस' को भी हरी झंडी दिखाएंगे।

देश की पहली ओवरनाइट निजी रेलगाड़ी तीन ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थलों— वाराणसी, उज्जैन और ओंकारेश्वर को जोड़ेगी। वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल सेंटर राष्ट्र को समर्पित करेंगे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक की 63 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह देश में उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। इसे बनाने के लिए पिछले एक साल में 200 से अधिक कारीगरों ने दिन-रात काम किया।

स्मारक केंद्र में उपाध्याय के जीवन और समकालीन तथ्यों की जानकारी होगी।

इनमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 430 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल और विश्वविद्यालय में 74 बिस्तरों वाला मनोरोग अस्पताल भी शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में दो दिवसीय 'काशी एक रूप अनेक' कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे जिसमें पूरे प्रदेश से आए उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे।

वह अमेरिका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया सहित विभिन्न देशों से आने वाले खरीदारों और कारीगरों के साथ बातचीत भी करेंगे। वह चौकाघाट-लहारतारा ओवर-ब्रिज के साथ—साथ बीएचयू में वैदिक विज्ञान केंद्र का उद्घाटन भी करेंगे।

पिछले वर्ष ओडिशा के लगभग 30 शिल्पकारों और कलाकारों ने इस परियोजना पर काम किया। बाद में, प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक समारोह में भाग लेंगे, जहां वह 30 से अधिक परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।