असम में बाढ़ का कहर, अब तक 85 मरे, काजीरंगा नेशनल पार्क में 66 पशुओं की मौत, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: July 15, 2020 03:53 PM2020-07-15T15:53:56+5:302020-07-15T15:53:56+5:30

Next

असम में बाढ़ से बेकाबू हालात, काजीरंगा नेशनल पार्क में 66 पशुओं की मौत हो गई है। असम में 85 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा राज्य के 28 जिलों में 33 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।

आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। बुलेटिन में कहा गया है कि सबसे ज्यादा प्रभावित जिला बारपेटा है जहां 5.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।

धुबरी में 4.11 लाख, मोरीगांव 4.08 लाख और दक्षिण सालमाड़ा जिले में 2.25 लाख लोग प्रभावित हैं। बाढ़ के चलते सोमवार को 27 जिलों में करीब 22 लाख लोग प्रभावित हुए थे।

बाढ़ के चलते 1.28 लाख कृषि भूमि पानी में डूब गई है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज धेमाजी जिले के जोनाई का दौरा कर बाढ़ के हालात की समीक्षा की। उन्होंने लखीमपुर और अपने विधानसभा क्षेत्र माजुली में व्याप्त हालात का भी जायजा लिया।

होजई, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, उदालगुड़ी, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमाड़ा, गोलपाड़ा, कामरूप, मोरीगांव, कामरूप महानगर, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया और कार्बी आंगलोंग में बाढ़ का पानी घुस गया था।

ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का उफान मारता पानी काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश कर गया है, जिससे बाघ और अन्य जानवरों को जान बचाने के लिये मानव आबादी और ऊंचे इलाकों की ओर भागना पड़ा।

असम में भारी बारिश के बाद बाढ़ का कहर जारी है। राज्य के 28 जिले बाढ़ और भूस्खलन से बुरी तरह से प्रभावित हैं। हर साल बारिश के मौसम में असम में इसी तरह की तबाही मचती है और जान-माल का नुकसान होता है।

भूस्खलन के कारण भी 25 के करीब लोगों की जान चली गई है, वहीं बाढ़ के कारण 85 लोगों की मौत हो गई है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक सोमवार को लखीमपुर, बारपेटा, बोंगाईगांव, कामरूप, गोलाघाट और शिवसागर जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।

हालात बिगड़ने के बाद लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घरों में पानी भर चुका है। दुकानें आधी डूब चुकी हैं, सड़कें गायब हैं। बिजली ट्रांसफर्मर, घर की चारदीवारी सब पानी में डूबने लगे हैं।

लगातार मिट्टी के कटान से पेड़ धराशायी हो रहे हैं. तो सड़कों पर पानी ही पानी है और उसी आफत में दौड़ रही हैं गाड़ियां. असम के चिरांग जिले में आसमानी आफत टूटते ही बाढ़ का पानी तांडव मचाने लगा है।

असम में बाढ़ के कहर से हुए नुकसान के बीच राहत एवं बचाव अभियान जारी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार बाढ़ के कारण अब तक 85 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।