Coronavirus: भारत में मिले कोरोना स्ट्रेन का नामकरण WHO ने किया, दिया ये नाम By संदीप दाहिमा | Published: June 1, 2021 01:12 PM 2021-06-01T13:12:00+5:30 2021-06-01T13:12:00+5:30
Next Next कोरोना संस्करण के अस्तित्व पर बहस हो रही है, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के संस्करण को SARS-CoV-2 का मुख्य संस्करण नाम दिया है। जिस वायरस से कोरोना फैला था उसका नाम ग्रीक अक्षर से रखा गया है।
व्यापक परामर्श और समीक्षा के बाद कोरोना वेरिएंट का नाम रखा गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया भर के विशेषज्ञों से ऐसे नाम सुझाने को कहा है। इसमें नामकरण प्रणाली के विशेषज्ञ शामिल थे। इसमें नामकरण, विषाणु विष विज्ञान विशेषज्ञ और राष्ट्रीय प्राधिकरण भी शामिल हैं।
WHO कोरोना के उन वेरिएंट्स के लिए लेबल असाइन करेगा जिन्हें वैरिएंट ऑफ़ इंटरेस्ट या वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न के रूप में नामित किया गया है। अक्टूबर 2020 में भारत में लॉन्च किए गए कोरोना वेरिएंट B.1.617.2 G/452R.V3, का भी नाम रखा गया है। इस वेरिएंट को डेल्टा नाम दिया गया है। भारत में पाए जाने वाले वायरस के एक अन्य प्रकार (बी.1.617.1) को कप्पा कहा जाता है।
यूके में सितंबर 2020 में मिलने वाले वेरिएंट को अल्फा नाम दिया गया है। दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले वेरियंट का नाम बीटा है। ब्राजील में पिछले साल नवंबर में पाए गए कोरोना स्ट्रेन को गामा नाम दिया गया है। दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले उपभेदों का नाम बदलकर एप्सिलॉन कर दिया गया है और इस वर्ष फिलीपींस में पाए जाने वाले उपभेदों का नाम थीटा रखा गया है।
इस बीच भारत में पाए जाने वाले कोरोना वेरिएंट को लेकर काफी विवाद हुआ था। केंद्र सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया कंपनियों को आदेश दिया था कि वे अपने प्लेटफॉर्म से कोरोना वायरस के एक वेरिएंट को भारत के नाम से जोड़ने वाले टेक्स्ट को हटा दें।
भारत में पिछले दो महीनों में कोरोना की दूसरी लहर आई है, इस दौरान अरबों लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.