बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनाः बिटिया रानी को दें खुशियां, जमा कीजिए 1000 रुपये, जानिए सबकुछ

By सतीश कुमार सिंह | Published: November 17, 2020 06:26 PM2020-11-17T18:26:48+5:302020-11-17T18:30:41+5:30

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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना बालिकाओं के लिए केंद्र सरकार की एक योजना है, जो पूरे देश में लागू है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लिंग–पक्षपातपूर्ण गर्भपात जैसी सामाजिक बीमारियों से बालिकाओं को बचाना है और पूरे देश में बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को पीएम मोदी ने किया। महिला और बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत संचालित होता है। यह मुख्य रूप से सामाजिक दृष्टिकोण को बदलने में मदद करने के लिए एक शिक्षा–आधारित योजना है और इसमें डायरेक्ट कैश ट्रांसफर शामिल नहीं है।

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको अपनी बेटी का बैंक अकाउंट जन्म से लेकर 10 वर्ष तक खुलवा सकते है। यह योजना लड़कियों की सुरक्षा और पढ़ाई के क्षेत्र में एक बेहतरीन योजना हैं। इस योजना के ज़रिये देश में लड़कियों की भ्रूण हत्या रोका जा सकता है। बेटी भारत की स्थाई निवासी होने चाहिए। बेटी के नाम पर एक सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुला होना चाहिए।

इस योजना को शुरू में उन जिलों में लागू किया गया था, जिनमें पुरुष बच्चों की तुलना में कम लिंगानुपात यानी कम महिला बच्चों को मान्यता दी गई थी, लेकिन बाद में इसका विस्तार देश के अन्य हिस्सों में भी किया गया।

दस्तावेज के रूप में आधार कार्ड, माता पिता का पहचान पत्र, बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, निवास प्रमाण पत्र और पासपोर्ट साइज फोटो साथ रखिए। बेटी के बैंक अकाउंट में हर महीने 1000 रुपये या प्रतिवर्ष 12000 रुपये की धनराशि जमा करते है तो आपके द्वारा 14 वर्षों में कुल 1 ,68 000 रुपये की धनराशि जमा की जाएगी।

बैंक अकाउंट के 21 वर्ष बाद परिपक्व होने के बाद आपकी बेटी को 6,07,128 रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। जब बेटी 18 वर्ष की आयु की हो जाएगी तो आप 50% धनराशि निकाल सकते हैं और बाकी 50% बेटी की शादी के समय भी निकाली जा सकती है।

बेटी के बैंक अकाउंट में प्रतिवर्ष 1 .5 लाख रुपये जमा करते है तो आपको 14 वर्षों तक अपनी बेटी के खाते में कुल 21 लाख रुपये जमा होंगे। खाते के परिवक्व होने के बाद आपकी बेटी को 72 लाख रुपये प्रदान किये जाएगे।