भारत की सबसे युवा मेयर हैं आर्या राजेंद्रन, महज 21 साल में रच दिया इतिहास

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: January 3, 2021 02:52 PM2021-01-03T14:52:37+5:302021-01-03T15:03:08+5:30

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महज छह साल की उम्र से राजनीतिक विचारधारा का ‘ककहरा’ सीखने की शुरुआत करने वाली एक बच्ची 15 साल बाद युवावस्था की दहलीज पर कदम रखने के कुछ साल में ही भारत की सबसे कम उम्र की मेयर बन जाए तो उसकी चर्चा लाजिमी है।

केरल की 21 वर्षीय आर्या राजेन्द्रन अभी ऑल सेंट्स कॉलेज में बीएससी गणित की द्वितीय वर्ष की छात्रा होने के साथ ही तिरुवनंतपुरम नगर निगम की मेयर भी हैं।

पिछले दिनों इस पद की शपथ लेकर उन्होंने सबसे कम उम्र की मेयर बनने का तमगा हासिल करने वाली सबीता बेगम को पीछे छोड़ दिया।

सबीता बेगम कोल्लम नगर निगम की मेयर थीं और उस समय उनकी उम्र 23 साल थी। इसी प्रकार रेखा प्रियदर्शिनी 24 साल की उम्र में तमिलनाडु के सलेम की मेयर बनीं जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 27 साल की उम्र में नागपुर नगर निगम के मेयर बने थे।

पेशे से इलेक्ट्रिशियन पिता और एलआईसी एजेंट मां के घर पैदा हुईं राजेन्द्रन जब छह वर्ष की थीं तभी वह ‘बालसंगम’ से जुड़ गई थीं। उनके माता-पिता दोनों लंबे समय से माकपा के सक्रिय सदस्य हैं।

तिरुवनंतपुरम के मुदवनमुगल वार्ड से चुनाव जीतने के बाद केरल की सत्ताधारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मेयर पद के लिए राजेन्द्रन को अपना उम्मीदवार बनाया और इसके लिए हुए चुनाव में उन्होंने 100 सदस्यीय निगम में निर्दलीयों समेत 54 मत हासिल किए।

माकपा के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा को नगर निगम चुनाव में 51 सीटें, भाजपा को 34, यूडीएफ को दस सीट और अन्य को चुनाव में पांच सीट मिली थीं।

राजेन्द्रन ने शहर के मुदवनमुगल वार्ड से कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 549 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की।

राजेन्द्रन माकपा की छात्र इकाई स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की राज्य कमेटी की सदस्य हैं और वाम दल की बाल शाखा ‘बालसंगम’ की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।