'फास्ट फूड' समेत ये 5 चीजों का ज्यादा सेवन है शरीर के लिए हानिकारक

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 9, 2019 07:16 AM2019-07-09T07:16:01+5:302019-07-09T07:16:01+5:30

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स्वस्थ और लंबे जीवन के लिए बेहतर खान-पान बहुत जरूरी है। आजकल भारी मिलावट होने की वजह से वैसे ही अच्छी चीजें खाने को नहीं मिल रही, ऊपर से लोग खुद शरीर को नुकसान देने वाली चीजों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि खाने-पीने की कुछ चीजें धीरे-धीरे लोगों के शरीर को खोखला कर रही हैं। मजे की बात यह है कि लोग इन चीजों को खूब शौक से खा रहे हैं। आयुर्वेद में भी इन चीजों को सेहत के लिए खतरनाक बताया गया है।

रिफाइंड तेल: यह तेल भी शरीर के लिए बहुत घातक होता है। इसके सेवन से भी कई गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं। एक शोध के अनुसार रिफाइंड तेल को 200-225 डिग्री पर आधे घंटे तक गर्म करने से उसमे से बहुत ही टोक्सिक पदार्थ एचएनई निकलता है। यह लिनोलिक एसिड के आक्सीकरण से बनता है। इस लिए यह ऊतकों में प्रोटीन और अन्य आवश्यक तत्वों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है। इसके सेवन से स्ट्रोक, पार्किसन, अल्जाइमर रोग, यकृत रोग जैसी कही गंभीर बीमारियों को जन्म दे देता है।

फास्ट फूड: पिछले कुछ दशकों में फास्ट फूड का चलन तेजी से बढ़ा है। खासकर बच्चे इसका सेवन अधिक करते हैं। फास्ट फूड के सेवन से कई ऐसी समस्याएं जन्म लेतीं हैं, जो शरीर के लिए बहुत ही घातक मानी जाती हैं। फास्ट फूड के सेवन से मोटापा, चर्म रोग, दांतों के रोग, सिर दर्द, उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रोल, डायबिटीज, हृदय रोग और अवसाद जैसी गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं।

तम्बाकू: तम्बाकू का सेवन भी बहुत ही खतरानाक होता है। इसके सेवन से कैंसर, उच्च रक्ताचाप, हृदय रोग, त्वचा रोग जैसी कई बीमारियां उत्पान हो जाती हैं। इसमें निकोटीन कैमिकल पाया जाता है। निकोटीन में कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्व होते हैं। इसके अलावा इसके लगातार सेवन करने से दिल की बीमारियां होने का खतरा होता है।

एडेड शुगर: शुगर में फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है और अतिरिक्त फ्रुक्टोज के सेवन से मोटापे, टाइप 2 डायबिटीज, मेटोबोलिक सिंड्रोम और फैटी लिवर रोग सहित कई गंभीर बीमारियों का खतरा होता है। ज्यादा चीनी खाने ब्रेस्ट कैंसर का भी खतरा होता है। यह रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर पर इसके प्रभाव के कारण हो सकता है, जो ट्यूमर के विकास को बढ़ा सकता है।

बीपीए: बिस्फेनॉल-ए (बीपीए) एक रसायन है जो कई सामान्य खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों के प्लास्टिक कंटेनर में पाया जाता है। मुख्य खाद्य स्रोत बोतलबंद पानी, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ और डिब्बाबंद चीजें हैं, जैसे मछली, चिकन, बीन्स और सब्जियां। अध्ययनों से पता चला है कि बीपीए इन कंटेनरों से और भोजन या पेय में जा सकता है। इससे प्रोस्टेट कैंसर, टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा और इनफर्टिलिटी का खतरा होता है।