Diet Tips: पोटैशियम लेवल बढ़ने से किडनी डिजीज समेत कई बीमारियों का बढ़ सकता है खतरा

By संदीप दाहिमा | Published: October 25, 2020 06:18 AM2020-10-25T06:18:40+5:302020-10-25T06:18:40+5:30

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बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन, विटामिन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों की तरह पोटैशियम की भी जरूरत होती है। यह एक ऐसा पोषक तत्व है, जो आपके दिल को स्वस्थ और आपकी मांसपेशियों के कामकाज को बेहतर करता है और उन्हें हेल्दी रखता है। लेकिन किसी भी चीज के अत्यधिक सेवन की तरह शरीर में पोटैशियम की अधिक मात्रा भी आपके लिए खतरनाक हो सकती है। इससे आपको किडनी डिजीज, हार्ट फेलियर, डायबिटीज और कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं।

शरीर में पोटैशियम की अधिक मात्रा होने से खासकर किडनी डिजीज का खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं यह 'हाइपरकलेमिया' नामक रोग का कारण बन सकता है। बताया जाता है कि किडनी डिजीज के मरीज, खरबूज, संतरे का रस और केले जैसी चीजों अक अधिक सेवन करने वाले लोग, ज्यादा नमकीन और सप्लीमेंट खाने वाले और डायबिटीज के मरीजों को पोटैशियम लेवल बढ़ने का अधिक खतरा होता है।

शरीर में पोटैशियम लेवल बढ़ने को मेडिकल भाषा में हाइपरकलेमिया कहा जाता है। पोटैशियम एक रसायन है जो तंत्रिका और मांसपेशियों की कोशिकाओं के कार्य के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें आपके हृदय भी शामिल है। आपका ब्लड पोटैशियम का लेवल नॉर्मली 3.5-5.0 मिली लीटर प्रति लीटर (mEq/L) होना चाहिए।

शरीर में पोटैशियम लेवल बढ़ने के कई लक्षण हैं। आप मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्नता, झुनझुनी, मतली या अन्य असामान्य भावनाओं को महसूस कर सकते हैं। यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

कई बार पोटैशियम शरीर में अचानक भी बढ़ सकता है जिससे आपके दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है, सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, मतली या उल्टी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। ऐसा होना से आपकी जान तक जा सकती है। ऐसे में आपको तुरंत चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।

अच्छी खबर है यह है कि आप एक बेहतर डाइट प्लान फॉलो करके पोटैशियम लेवल को नॉर्मल रख सकते हैं। अगर आपको ऊपर बताए लक्षण महसूस हों, तो आपको केले, संतरे, खुबानी, अंगूर, किशमिश, खजूर, पालक, ब्रोकोली, आलू, शकरकंद, मशरूम, मटर, खीरे, टमाटर की चटनी और संतरे का रस जैसी चीजों का सेवन कम कर देना चाहिए।