सर्दी के मौसम में होने वाली इन बीमारियों का है ये एक रामबाण इलाज, जरूर आजमाएं By लोकमत न्यूज़ ब्यूरो | Published: October 18, 2018 07:38 AM 2018-10-18T07:38:09+5:30 2018-10-18T07:38:09+5:30
Next Next इस मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, गले की खराश जैसी तमाम बीमारियों का बड़ा खतरा रहता है। आप किसी भी घर में देख लें, आपको कोई न कोई इन छोटी-मोटी बीमारियों से पीड़ित नजर आ ही जाएगा। इन छोटी-छोटी बीमारियों के लिए डॉक्टर की फीस के अलावा बहुत सारी दवाइयों का खर्चा भी उठाना पड़ता है।
नमक और ग्राम पानी से गरारे करने से गले में मौजूद गंदगी पूरी तरह साफ़ हो जाती है। इस तरह के पानी से कुल्ले करने से मुंह की भी पूरी तरह से सफाई हो जाती है। यह एक तरह से माउथ वाश का काम करता है।
अगर गले में सर्दी-जुकाम, खराश, या किसी भी अन्य कारण से दर्द हो रहा हो, तो नमक और पानी से गरारे करने पर गले के दर्द में राहत मिलती है। इससे गले के अंदर सूजे हुए टिशूज़ की सिकाई हो जाती है और बैक्टीरिया भी नष्ट होते हैं।
टोन्सिल हमारे शरीर में पहले से ही मौजूद होता है, यह हमारे जीभ के पीछे की भाग से सटा हुआ होता है। यह हमारे गले में जहा पर नाक का छिद्र तथा मुख का छिद्र मिलता है, ठीक वही पर जीभ के पिछले भाग से जुडा हुआ स्थित पाया जाता है | अगर किसी कारण वास इसमें संक्रमण हो जाये या इसमें सुजन आ जाये तो इससे काफी दर्द होता है। इससे राहत पाने के लिए आपको रोजाना सुबह शाम गर्म पानी से कुल्ले करने चाहिए।
अगर दांतों में या मसूड़ों में दर्द हो, सूजन हो, कीड़े हो गए हों या किसी भी तरह का इन्फेक्शन हो तो नमक और निवाये पानी से कुल्ले करने से दर्द और सूजन से तुरंत राहत मिलती है|
इस तरह के पानी से कुल्ले करने से मुंह के छालों, जीभ का लाल होना, मुंह में ज़्यादा पानी, थूक आना व मुंह की कई अन्य समस्याओं से भी राहत मिलती है|
कई बार डॉक्टर्स भी ऐसा करने की सलाह देते हैं क्योंकि नमक के पानी से गरारे करने से मुंह के नैचुरल पीएच को बैलेंस रखने में मदद मिलती है। बैक्टीरिया के कारण डिस्टर्ब हो चुका मुंह का प्राकृतिक पीएच बैलेंस इस तरह के पानी से गरारे और कुल्ले करने से मेन्टेन होता है।
अगर सर्दी हो, नाक बंद हो, मतलब किसी भी तरह का नैजल कंजेशन हो तो नमक और निवाये पानी से बार-बार गरारे करने पर राहत मिलती है और नाक खुल जाती है| अगर साईनस से संबंधित परेशानियाँ हों, तो भी इस तरह से गरारे करना बेहद लाभदायक है।
गले, मुँह, और आसपास के अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए भी नमक और निवाये पानी से कुल्ले करना असरदार है। कई बार नाक, गले के इन्फेक्शन से सर-दर्द भी हो जाता है, जो ऐसे पानी से गरारे करने से दूर होता है|