बिना दवाई सर्दी-जुकाम बुखार होगा ठीक, अपनाएं ये 8 आसान घरेलू उपाय

By संदीप दाहिमा | Published: January 19, 2022 07:11 AM2022-01-19T07:11:09+5:302022-01-19T07:11:09+5:30

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वायरल फीवर में दालचीनी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक का काम करता है। इससे खांसी, जुकाम एवं गले में दर्द जैसे लक्ष्णों में आराम मिलता है। एक कप पानी में एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर और दो इलायची डाल लें और इसको पांच मिनट तक उबालकर पियें।

वायरल फीवर में दालचीनी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक का काम करता है। इससे खांसी, जुकाम एवं गले में दर्द जैसे लक्ष्णों में आराम मिलता है। एक कप पानी में एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर और दो इलायची डाल लें और इसको पांच मिनट तक उबालकर पियें।

हल्दी में कुरकुमिन पाया जाता है जिसमें एंटी-वायरल और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसलिए हल्दी का सेवन इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है जिससे शरीर को बुखार को ठीक करने की ताकत मिलती है। इसलिए बुखार को ठीक करने के लिए हल्दी को उपयोगी हर्ब माना जाता है।

शहद कई रोगों के इलाज में रामबाण की तरह उपयोग किया जाता है। शहद में लौंग के पावडर को मिलाकर लेने से बुखार को कम करने में मदद मिलती है। अगर बुखार काफी तेज हो तो ठंडे पानी में साफ कपड़े को भिंगोकर उसे सिर पर रखने से बुखार कम हो जाता है।

अदरक में डाइफोरेटिक गुण होते हैं जो कि पसीना आने को प्रेरित करते हैं। अदरक का सेवन करने से तेजी से पसीना आता है और शरीर का तापमान कम हो जाता है जिससे बुखार को ठीक करने में मदद मिलती है। इसलिए बुखार को ठीक करने में अदरक का सेवन उपयोगी होता है।

लहसुन में भी डाइफोरेटिक गुण होते हैं जिससे पसीना ज्यादा आता है। लहसुन शरीर से टॉक्सिन्स भी निकालने में मदद करता है। लहसुन में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए बुखार को कम करने में लहसुन का सेवन लाभकारी होता है।

5-7 तुलसी के पत्ते और एक चम्मच लौंग पाउडर को एक लीटर पानी में उबाल कर रख लें। हर दो घंटे के अंतराल में आधा कप की मात्रा में इसको पियें। आपको तुरंत आराम मिलेगा।