सर्दियों में संभलकर खायें मोमोज, ये हो सकती हैं समस्याएं

By रामदीप मिश्रा | Published: December 27, 2018 06:12 PM2018-12-27T18:12:31+5:302018-12-27T18:12:31+5:30

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मैदे में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है इसलिए मोमोज खाने से शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है जिससे डायबिटीज होने का खतरा हो जाता है। इसको जब पकाया जाता है तो मैदे में से प्रोटीन निकल जाता है और ये एसिडिक बन जाता है। इससे शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। ऐसे मोमो का सेवन करने से हमारे ऊपर बिमारियों का खतरा बना रहता है और कभी कभी ये बीमारियाँ इंसान की मृत्यु की जिम्मेदार होती है।

मैदे में फाइबर नहीं होता है। वैसे भी मैदे से बनी जयादा चीजों को नहीं खाना चाहिए। क्योकि मैदे से बने मोमज खाने से सिरदर्द पेट की समस्या व कब्ज हो जाती है और कई बार तो पेट में एसिडिटी व जलन की समस्या भी हो जाती।

मोमज खाने से गठिया रोग भी हो जाता है क्योकि इसको खाने से हमारा यूरिक एसिड बढ़ जाता है जिससे जोड़ो में दर्द होने लगता है। मोमज खाने से दिल से सम्बंधित बीमारिया भी हो जाती है क्योकि इससे हमारे ह्रदय में रक्त संचार सही रूप से नहीं होता है। जिससे हार्ट अटैक जैसी समस्याएं पैदा हो जाती है।

मोमज को खाने से हमारी इम्युनिटी पावर कम हो जाती है जिससे हम जल्दी जल्दी बीमार होने लगते है क्योकि हमारी रोगो से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है और सर्दी जुकाम व वायरल जैसी समस्याएं हमें जल्दी ही जाती है।

मोमज को जब स्टीम देकर या फिर फ्राई किया जाता है तो इसमें से प्रोटीन निकल जाता है और ये एसिडिक बन जाता है जीससे हमारे शरीर की हड्डिया कमजोर हो जाती है।