कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लीवर को बनाएं मजबूत, डाइट में शामिल करें ये 10 चीजें

By संदीप दाहिमा | Published: May 20, 2020 06:19 AM2020-05-20T06:19:34+5:302020-05-20T06:19:34+5:30

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कोरोना वायरस सीधे तौर पर लीवर को प्रभावित कर रहा है। लगभग 60 फीसदी ऐसे मामले देखे गए हैं जिनमें मरीजों में लीवर से जुड़ी समस्याएं देखी गई हैं। कई देशों की सरकारों ने जारी किये गए दिशा-निर्देशों में लीवर की समस्याओं से पीड़ित लोगों को इस दौरान विशेष ध्यान रखने की सलाह भी दी है।

लीवर के आसपास दर्द महसूस होना ये संकेत होता है कि लीवर के पास गंदगी जमना शुरू हो गई है जिसकी सफाई बेहद जरूरी है। वैसे सामान्‍यत: ये दर्द ज्‍यादा नहीं होता है लेकिन कभी-कभी तेज दर्द भी हो सकता है।लीवर का काम शरीर से गंदगी और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। ऐसे में अगर यही खराब हो गया तो आपकी कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

लीवर में अगर किसी भी तरह की समस्‍या हो जाती है तो वो इसे खुद ही सही करने की कोशिश करता है लेकिन वहीं ये समस्‍या हद से ज्‍यादा बढ़ जाती है तो इससे आपका रक्तचाप भी बढ़ जाता है। इसके कारण पैरों में एक विशेष द्रव जमा होने लगता है जिससे पैरों में सूजन आ सकती है। आमतौर पर इस सूजन में दर्द नहीं होता है।

कई बार ऐसा होता है कि लिवर में गंदगी जमा होने से आपके शरीर का वजन बढ़ने लगता है। वहीं इसके साथ ही शरीर के अंदर की कई तरह की गंदगियों को पूरी तरह बाहर नहीं निकाल पाता है। जैसे एल्कोहल, आर्टिफिशियल स्वीटनर, ज्यादा फैट वाले आहार, कुछ विशेष दवाइयां आदि। जब आप इन पदार्थों का सेवन करते हैं तो लिवर इन्हें न तो पचा पाता है और न ही शरीर के लिए अशुद्धियों को अलग कर पाता है।

इसका एक संकेते ये भी है कि आपको लिवर में मौजूद गंदगी के कारण थकान व सुस्‍ती महसूस होने लगता हे। दरअसल आहार को पचाने और इनसे पोषक तत्वों को अलग करने का काम लिवर ही करता है। ऐसे में अगर लिवर अपना काम ठीक से नहीं करेगा, तो आहार से न तो हमें पर्याप्त ऊर्जा मिलेगी और न ही पर्याप्त पोषण, ऐसे में शरीर का थकना और सुस्त होना तो लाजमी है।

लीवर की सफाई के लिए आप अपनी डाइट में सेब, अखरोट, ग्रीन टी, हल्दी, हरी सब्जियां, चुकंदर, ग्रीन टी, अदरक चाय, बेरी आदि चीजों को शामिल कर सकते हैं। डॉक्टर मानते हैं कि बेहतर लाइफस्टाइल और डाइट के जरिये किडनी और लीवर को हेल्दी रखा जा सकता है। इसके लिए आप दो दिन का एक प्रोग्राम भी ट्राई कर सकते हैं। इसलिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।