सर्दियों में अमरूद खाने के बेमिसाल फायदे, खांसी और जुकाम जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स होंगी दूर

By संदीप दाहिमा | Published: November 11, 2021 11:58 AM2021-11-11T11:58:09+5:302021-11-11T11:58:09+5:30

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सर्दियों में कफयुक्त खांसी होने पर पके अमरूद को कोयले या कंडे की धीमी आंच में भूनकर खाने से अच्छा लाभ मिलता है. बहुत पुरानी सर्दी-जुकाम में केवल 3 दिन तक अमरूद खाकर रहने से ठीक हो जाती है. पेट दर्द में लाल किस्म के पके अमरूद सेंधा नमक के साथ खाने से अच्छा आराम मिलता है तथा आंतों में जमा मल भी साफ हो जाता है.

इस फल पर काली मिर्च पाउडर, भुना पिसा जीरा व नमक छिड़ककर भोजन के उपरांत खाने से कफ कारक दुर्गुण दूर होते हैं. हां, भांग का नशा भी इस फल के सेवन से उतर जाता है. अमरूद से चर्म रोग भी दूर किए जा सकते हैं. फोड़े-फुंसी निकलने पर सप्ताह भर तक डाल पर पके अमरूद का सेवन करें, फोड़े-फुंसी जड़ से गायब हो जाएंगे.

यदि दस्तों में आंव आती रहे तथा आंत में सूजन आ जाए, घाव हो जाए तो 3-4 सप्ताह तक अमरूद खाते रहने से ठीक हो जाते है. दरअसल इस फल में प्राकृतिक टेनिक एसिड होता है, जिसका मूल काम है घाव का जख्म भरना, इससे आंतों के घाव भर कर आंतें स्वस्थ हो जाती हैं.

छोटे बच्चों को अमरूद पीसकर या पानी में घोलकर पिलाना चाहिए. इससे बच्चों पर हावी होने वाले कई छोटे-मोटे रोग दूर हो जाते हैं. पके अमरूद को कूटकर पीसें, उसमें दूध मिलाकर छान लें, इसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाकर बच्चों को पिलाएं, इससे उनके शरीर में शक्ति का संचार अच्छा होता है.

सर्दियों के अमरूद ही पौष्टिक व रोगनाशक होते हैं. इस सीजन में नित्य दोपहर में धूप में बैठकर 1 या 2 अमरूद जरूर सेवन करना चाहिए. इससे मौसमी रोग नहीं पनपते तथा स्वास्थ्य भी चंगा रहता है. वैसे तो अमरूद एक सदाबहार फल है, लेकिन पेड़ों पर सर्दियों में पकने वाले अमरूद हमारी सेहत के लिए बड़े ही फायदेमंद है.