पथरी का इलाज : किडनी और ब्लैडर की पथरी निकालने के घरेलू उपाय By संदीप दाहिमा | Published: September 11, 2021 07:11 PM 2021-09-11T19:11:07+5:30 2021-09-11T19:25:16+5:30
Next Next छोटी पथरियां मूत्र मार्ग से मूत्र के साथ निकल जाती है लेकिन कई बार यह एक जगह जमा होने लगी हैं। इनके छोटे कण मिलकर एक बड़ा रूप ले सकते हैं। नींबू के रस में साइट्रिक एसिड की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो धीरे-धीरे ऑक्जालेट और सोडियम आदि तत्वों के इस जमाव को घुलाता रहता है। घुलने के बाद पथरी के छोटे-छोटे कण मूत्र मार्ग से बाहर निकल सकती है।
नार का रस गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये पोटेशियम का एक बेहतर स्रोत है। पोटेशियम मिनरल्स क्रिस्टल के गठन को रोकता है जो गुर्दे की पथरी का कारण बनते हैं। यह पथरी के निर्माण को भी कम करता है, गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और मूत्र में अम्लता के स्तर को कम करता है।
जिन खाने की चीजों में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा होती हैं, वो यूरिन में मौजूद कैल्शियम से मिलकर पथरी बना देते हैं। अगर आप गुर्दे की पथरी के दर्द से परेशान हैं तो आप के लिए एक अच्छी खबर है। आप एक घरलू उपाय के जरिए भी किडनी की पथरी से छुटकारा पा सकते हैं। यह उपाय है हरी सब्जी तोरई।
पुनर्नवा की जड़ का प्रयोग किडनी स्टोन के इलाज में किया जाता है। पुनर्नवा का अर्क या काढ़ा शहद या गुड़ के साथ मिला कर सेवन करना चाहिए। पुनर्नवा का उपयोग पित्त दोष के लिए किया जाता है। ऐसे में ये शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालता है।
ऐसा माना जाता है कि पित्ताशय की पथरी लगभग 80 प्रतिशत कोलेस्ट्रॉल से ही बनती हैं। पित्त यानी बायल लिवर में बनता है और इसका भंडारण गॉल ब्लैडर में होता है। जब पित्त में कोलेस्ट्रॉल और बिलरुबिन की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो पथरी का निर्माण होता है।
ऐसे फलों का जूस पी सकते हैं जिनमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में हो जैसे संतरा, टमाटर आदि। इनमें मौजूद विटामिन सी शरीर के कोलेस्ट्रॉल को पित्त अम्ल में परिवर्तित करती है जो पथरी को तोड़कर बाहर निकालता है। आप विटामिन सी संपूरक ले सकते हैं। पथरी के दर्द के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपचार माना गया है।
सके लिए आप कुल 5 दिनों तक एप्पल जूस पीयें। सेब का यह रस घर पर ही बनाएं, बाजारी डिब्बे वाला जूस ना लें। साथ ही इन पांच दिनों में दिनभर में 3-4 सेब भी खाएं। छठे दिन आप रात का खाना ना लें।