इस लिस्ट में देखें हाइपोथायरायडिज्म होने पर क्या खाएं और क्या नहीं, देखें Pics

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 5, 2019 07:04 AM2019-09-05T07:04:27+5:302019-09-05T07:04:27+5:30

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थायरॉयड एक गंभीर समस्या है जिससे आपकी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। दरअसल थायरॉयड उस स्थिति को कहते हैं, जब गले में मौजूद थायरॉयड ग्रंथि में टी-3 और टी-4 हार्मोन का कम या ज्यादा उत्पादन होने लगता है। इस हार्मोन के कम या ज्यादा उत्पादन से आपको कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में आपको हाइपोथायरायडिज्म किन चीजों को खाना चाहिए और किनको नहीं इस लिस्ट में देखें...

एंटीऑक्सिडेंट वाले फल और सब्जियां: ब्लूबेरी, टमाटर, शिमला मिर्च और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं और थायरॉयड ग्रंथि को लाभ पहुंचा सकते हैं। विटामिन बी से भरपूर चीजें जैसे अनाज खाने से भी मदद मिल सकती है।

सेलेनियम: सेलेनियम की छोटी मात्रा में एंजाइमों की आवश्यकता होती है, जो थायराइड हार्मोन को ठीक से काम करने में मदद करती है। सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे सूरजमुखी के बीज या ब्राजील नट्स का सेवन फायदेमंद हो सकता है।

टायरोसिन: इस अमीनो एसिड का उपयोग थायरॉयड ग्रंथि द्वारा T3 और T4 के उत्पादन के लिए किया जाता है। टायरोसिन के अच्छे स्रोत मीट, डेयरी और फलियां हैं। सप्लीमेंट लेने से मदद मिल सकती है, लेकिन पहले अपने डॉक्टर से पूछ लें।

सोया: अध्ययन बताते हैं कि सोयाबीन और सोया वाली चीजों में फाइटोएस्ट्रोजेन होता है जो एंजाइम के कामकाज को रोक सकता है, जो थायरॉयड हार्मोन बनाता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं ने सोया सप्लीमेंट का सेवन किया, उनमें हाइपोथायरायडिज्म होने की संभावना तीन गुना अधिक थी।

आयोडीन वाली चीजें: हाइपोथायरायडिज्म पर्याप्त आयोडीन की कमी के कारण भी होता है। ऐसे मामलों में, आयोडीन युक्त नमक या आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से नुकसान हो सकता है। इससे थायरॉयड ग्रंथि का कामकाज प्रभावित हो सकता है।

ज्यादा फाइबर वाली चीजें: आमतौर पर ज्यादा फाइबर वाली चीजें खाने की सलाह दी जाती है लेकिन थायराइड दवाओं के सेवन के ठीक बाद फाइबर के सेवन से फाइबर का अवशोषण ठीक तरह नहीं हो पाटा है जिससे आपको कब्ज और बवासीर की समस्या हो सकती है।