Pics: शकरकंद खाने से हाई होता है लिबिडो, शरीर को मिलती है प्रचुर ऊर्जा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 10, 2018 07:38 PM2018-12-10T19:38:40+5:302018-12-10T19:38:40+5:30

Next

सर्दियां शुरू होते ही बाजार में नए फल-सब्जियां मिलने शुरू हो जाते हैं। इन्हीं चीजों में सबसे फायदेमंद चीज शकरकंदी भी है। शकरकंद को स्वीट पोटैटो के नाम से भी जाना जाता है और इसमें ऊर्जा का खजाना होता है। अक्सर लोग इसे आलू से जोड़कर देखते हैं लेकिन पोषक तत्वों और स्वास्थ्य के लिहाज से इसके कई फायदे हैं। शकरकंद को कच्चा, उबालकर या फिर मिठाई के रूप में खाया जाता है।

कई लोगों का मानना है कि शकरकंद स्वाद में मीठी होती है, इसलिए शकरकंद डायबिटिज के रोगियों को नहीं खानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन ने अपने टॉप 10 डायबिटीज सुपर फूड की सूची में शकरकंद को भी शामिल किया है।

मीठे आलू में मौजूद विटामिन सी, आयरन और अन्य पोषक तत्व ब्रोंकाइटिस के इलाज में मदद करते हैं। यह ऊर्जा का एक समृद्ध स्त्रोत है। शकरकंद में कार्बोहाइड्रेट और डायट्री फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है।

आजकल बहुत से लोग शीघ्रपतन (Premature ejaculation) और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction) की समस्या से पीड़ित हैं। शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं है बल्कि एक प्रकार की मानसिक आदत होती है जिसे आसानी से काबू किया जा सकता है। कई अध्ययनों के अनुसार, यौन संबंध के दौरान अधिकतर व्यक्ति औसत 2 से 5 मिनट तक ही बिस्तर पर टिक पाते हैं। अगर व्यक्ति दो मिनट से पहले ही स्खलित हो जाता है, तो इसका सीधा मतलब यह है कि वो इस समस्या से पीड़ित है।

इसी तरह बहुत से लोग सेक्‍स के दौरान चरम सीमा तक पहुंचने में असमर्थत होते हैं यानी वो उन्हें इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित होते हैं। यौन संबंध बनाने के लिए लिंग में उत्तेजना पाने या उत्तेजना बनाए रखने में असफल होने को इरेक्टल डिसफंक्शन कहा जाता है। आपको बता दें कि सिर्फ पुरुष ही नहीं महिलाएं भी इन समस्याओं से पीड़ित होती हैं। अगर आप भी कुछ इस तरह की समस्‍याओं से परेशान हैं तो आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।

स्वाद में शकरकंद जितना अच्छा है, उतना ही बेहतर है आपकी सेक्स लाइफ के लिए भी। पोटेशि‍यम, बीटा-कैरोटीन जैसे तत्व आपको ब्लड प्रेशर और हृदय की समस्याओं से बचाकर कामेच्छा और सेक्स लाइफ में इजाफा करते हैं। अफ्रीका में लोगों में सेक्स ड्राइव बढ़ाने के लिए एस्ट्रोजेन थेरेपी और फर्टिलिटी थेरेपी की बजाय शकरकंदी का इस्तेमाल किया जाता है।