गर्भावस्था में डायबिटीज से मां-बच्चे दोनों को खतरा, महिलाएं किसी भी कीमत पर खायें ये चीजें

By उस्मान | Published: March 9, 2019 07:31 AM2019-03-09T07:31:21+5:302019-03-09T07:31:21+5:30

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प्रेग्नेंसी एक अवस्था है जिसमें मां के स्वास्थ्य पर भी काफी प्रभाव पड़ता है। पेट में पल रहे बच्चे के न्यूट्रीएंट्स को पूरा करने के लिए डाइट का इनबैलेंस्ड होने के साथ ही हार्मोनल बदलाव के कारण कुछ ऐसी बीमारियां भी लग जाती है जो समान्यत: गंभीर होती है।

ऐसे में ये बहुत जरूरी है कि प्रेग्नेंसी के दौरान न्यूट्रीएंट्स पाने के लिए बहुत कुछ खाना या कुछ भी खाते रहना सहीं नहीं होता।

प्रेग्नेंसी में डायबिटीज और कुछ अन्य बीमारियों से बचने के लिए आइए जाने कैसी डाइट रखनी चाहिए।

प्रेग्नेंसी की दूसरी या तीसरी तिमाही से ही आप अपनी डाइट में कैलोरी कम करना शुरू करें बल्कि उसकी जगह फलों, बीन्स, साबूत अनाज और डेयरी प्रोडक्ट को शामिल करें। प्रोटीन करीब 45 प्रतिशत तक कर के कार्बो को घटा कर 25 तक ले आएं।

प्रेग्नेंसी में हाई फाइबर, पूरे अनाज वाले कार्बोहाइड्रेट ही खाएं। रोटी, चावल, पास्ता, अनाज, आलू, मटर, मक्का, फल, फलों का रस, दूध, दही, कुकज, कैंडी में कार्बोहाइड्रेट बहुत होता है, इसलिए इससे दूर रहें।

मल्टीग्रेन रोटी, साबूतअनाज, सेम, राजमा, चना,ब्राउन राइस या उसना चावल, और हरी सब्जियां डाइट में शामिल करें। इन खाद्य पदार्थ में विटामिन, फाइबर, खनिज और स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में होते हैं।

फल और सब्जियों में प्रचुर आहार खाएं क्योंकि उनमें खूब विटामिन, खनिज और फाइबर होता है। फ्रोजन या डिबाबंद की तुलना में ताजा फलों और सब्जियों को ही खाएं