कोरोना का इलाज : दूसरी लहर में मरीजों में दिख रहें हैं ये लक्षण, जानें राहत पाने के 5 घरेलू उपाय

By संदीप दाहिमा | Published: April 14, 2021 03:45 PM2021-04-14T15:45:44+5:302021-04-14T15:53:54+5:30

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टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार,कोरोना वायरस के नए लक्षणों में अब डिस्पेनिया भी शामिल हो गया है। इस स्थिति में मरीज को सांस लेने में परेशानी और सांस फूलना जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इसके साथ मरीज को छाती में बेचैनी रहती है और सांस लेने में कठिनाई होती है। ऐसे में आपको तुरंत कोरोना की जांच करानी चाहिए ताकि सही समय पर सही इलाज में मदद मिल सके।

खांसी शुरू से कोरोना वायरस का मुख्य लक्षण रहा है। लेकिन अब मरीजों में एक अजीब तरह की खांसी के लक्षण दिख रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना के मरीजों में एक अजीब तरह की खांसी के लक्षण दिख रहे हैं। इसमें मरीजों में सामान्य खांसी से बिल्कुल हटकर एक आवाज के साथ खांसी हो रही है। इतना ही नहीं, मरीज को लगातार खांसी का सामना करना पड़ रहा है। एक्सपर्ट की सलाह है कि इस तरह का लक्षण दिखने पर आपको तुरंत जांच करानी चाहिए।

अदरक की एक गांठ को कूटकर उसमें एक चुटकी नमक मिला लें और दाढ़ के नीचे दबा लें। उसका रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें। 5 मिनट तक उसे मुंह में रखें और फिर कुल्ला कर लें।

अधिकांश दवा की दुकानों पर पुदीने की दवा उपलब्ध है। इन मेडिकेटेड लोज़ेंग में मिंट फैमिली के यौगिक होते हैं। इसमें एक शक्तिशाली शीतलन प्रभाव है जो खांसी और गले की चुभन से राहत दिलाने में सहायक है।

सूखी खांसी में शहद रामबाण इलाज है। इसके लिए 2 चम्मच शहद को आधे गिलास गुनगुने पानी में मिलाएं और पिएं। रोजाना इस तरीके को अपनाने से सूखी खांसी में आराम मिलेगा।

सांस फूलने के रोकने के दो उपाय हैं। एक, या तो शरीर की ऑक्सीजन की मांग पूरी करने के लिए बाहर से अतिरिक्त ऑक्सीजन दी जाए, दूसरे, शरीर की ऑक्सीजन की मांग को कम किया जाए।

सांस की तकलीफ को नियंत्रित करने का यह एक सरल तरीका है। यह आपकी सांस लेने की गति को तेजी से धीमा करने में मदद करता है। इसके लिए अपनी गर्दन और कंधे की मांसपेशियों को आराम दें। अपने मुंह को बंद रखते हुए दो नाक के लिए धीरे-धीरे अपनी नाक से सांस लें। अपने होठों को ऐसे दबाएं जैसे कि आप सीटी बजा रहे हों।

प्रोबायोटिक्स स्वस्थ बैक्टीरिया होते हैं जो आपके पेट के बैक्टीरिया में सुधार कर सकते हैं। बैक्टीरिया का एक स्वस्थ संतुलन न केवल आपके पेट को स्वस्थ रखता है, बल्कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करता है ताकि आप संक्रमण से लड़ सकें।