Coronavirus: ये नुस्खा इम्यूनिटी सिस्टम करेगा मजबूत, कोरोना समेत कई रोगों से होगा बचाव

By संदीप दाहिमा | Published: May 13, 2020 06:19 AM2020-05-13T06:19:15+5:302020-05-13T06:19:15+5:30

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आयुर्वेद में अदरक को एक बेहद गुणकारी मसाला बताया गया है। जब अदरक सूख जाता है तो इसे सोंठ कहा जाता है। यह आपको बाजार में कहीं भी मिल सकता है। बताया जाता है कि अदरक की तरह सोंठ भी आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, सोडियम, विटामिन ए और सी, जिंक, फोलेट एसिड, फैटी एसिड,पोटेशियम जैसे पौषक तत्वों का भंडार है। सोंठ में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो सर्दी, जुकाम या वायरल फ्लू आदि को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। कोरोना वायरस का संकट चल रहा है और ऐसे में इस तरह की जड़ी बूटियां इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। इसलिए आपको रोजाना सोने से पहले सोंठ वाला दूध पीना चाहिए।

सोंठ में वो सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं। यह विटामिन सी सहित जिंक, फोलेट और आयरन का बड़ा स्रोत है और इसके नियमित सेवन से सर्दी, फ्लू, संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। यह शरीर को भीतर से मजबूत बनाकर रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाता है।

यदि जोड़ों में तेज दर्द और सूजन की समस्या है तो सोंठ वाला दूध बेहद ही लाभकारी होगा। रात में सोने से पहले दूध में अगर सोंठ डालकर पिया जाए तो कुछ ही दिनों में आपको जोड़ों के दर्द से राहत मिलेगा और सूजन भी खत्म हो जाएगी। यही नहीं अगर आप सोंठ और गर्म पानी के साथ शहद डालकर पिएंगे तो गठिया में भी बेहतर परिणाम मिलेगा।

सोंठ वाला दूध पाचन के लिए भी बेहद लाभकारी है। वैसे लोग जिन्हें कब्ज, पेट दर्द, एसिडिटी, खट्टी डकार की परेशानी रहती है। उनके लिए यह दूध पीना बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा नाश्ता करने के बाद ही सोंठ वाला दूध पीना पाचन तंत्र के लिए काफी लाभदायक होता है।

मौसम बदलने के साथ गले में खराश का होना एक आम समस्या है। ऐसे में सोंठ वाला दूध बेहद गुणकारी साबित होगा। इसे प्रतिदिन रात में दूध में मिलाकर पीने से कुछ ही दिनों में गले की खराश गायब हो जाती है। यही नहीं यह गले के इन्फेक्शन से भी जल्दी राहत दिलाता है। रात में सोंठ का दूध पीने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए।

सोंठ का सेवन करने से शरीर में गर्मी पहुंचती है और पसीना होता है। बुखार में इसके दूध का सेवन करने से शरीर का तापमान नियंत्रित होता है और शरीर के विषैले पदार्थ भी बाहर निकलते हैं। सोंठ के दूध में अभी थोड़ी सी शहद मिला दी जाए तो दूध और ज्यादा पौष्टिक बन जाता है।

हिचकी की समस्या सोंठ वाला दूध दूर करता है। अगर किसी को हिचकी रुकने का नाम नहीं ले रही है तो सोंठ को दूध में उबालकर ठंडा करके पीने से कुछ ही मिनट में हिचकी रुक जाती है। पसलियों में दर्द होने पर भी इसे चार- पांच बार पीने से काफी लाभ होता है।

एक गिलास दूध में आधा चम्मच सोंठ का पाउडर को मिलाकर गर्म करें और थोड़ी देर तक इसे उबलने दें। इसके बाद आंच से उतारकर ठंडा होने दें और स्वाद के लिए आप इसमें शहद मिला सकते हैं। यह काफी गुणकारी सिद्ध होगा। इस दूध को रात में पीना अधिक फायदेमंद होता है।