सर्दियों में बार-बार आता है यूरीन? इस बीमारी का हो सकता है संकेत

By संदीप दाहिमा | Published: January 17, 2022 01:00 PM2022-01-17T13:00:58+5:302022-01-17T13:04:45+5:30

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सर्दियों में कम पानी पीना और पेशाब का आना एक आम समस्या है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो बार-बार टॉयलेट के चक्कर लगाते हैं। हल्की सी ठंड लगने पर भी ज्यादा पेशाब आना गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। सर्दियों में बहुत ज्यादा पेशाब आने की इस समस्या को मेडिकल भाषा में कोल्ड डायरेसिस (Cold Diuresis) कहा जाता है।

अनकंट्रोल डायबिटीज खून में अधिक ग्लूकोज (शर्करा) का कारण बनता है। जब यह ग्लूकोज छनने के लिए किडनी में जाता है, तो यह पानी को जमा नहीं होने देता जिससे पेशाब बढ़ने लगता है। डायबिटीज में प्यास भी बढ़ सकती है, जिसके कारण आपको आप अधिक पानी पीते हैं।

यदि आप अक्सर ठंडे तापमान के संपर्क में रहते हैं, तो आप देख सकते हैं कि आपको अक्सर पेशाब करना पड़ता होगा। बार-बार पेशाब आना डायरेसिस के जोखिम को बढ़ा सकता है। ठंडा तापमान में, शरीर रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है। किडनियां रक्तचाप को कम करने के लिए तरल पदार्थ को खत्म करने की कोशिश करती हैं।

यह एक ऐसी स्थिति जिसमें बहुत अधिक कैल्शियम पूरे शरीर में फैलता है। यह आमतौर पर अतिसक्रिय थायरॉयड ग्रंथियों के कारण होता है। कैल्शियम के स्तर को संतुलित करने के लिए गुर्दे मूत्र उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।

इसके लक्षणों में शरीर में पानी कम होने पर ज्यादा प्यास लगना, नींद नहीं आना, थकान, कमजोरी महसूस होना आदि शामिल हैं। इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

डायरिया का इलाज करने के लिए, आपको इसके कारणों की सही जानकारी होनी चाहिए। सबसे पहले उन्हीं कारणों का इलाज जरूरी है। इसके लिए आप डायबिटीज कंट्रोल करें, अपने दवाओं का समय पर लें, किसी भी तरह के प्राकृतिक मूत्रवर्धक के सेवन से बचें।

अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित हैं और आपको ऊपर बताये गए लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। लक्षणों की सही समय पर पहचान से उनका सही इलाज संभव है।