In Pics: ब्रेस्ट कैंसर, ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसी कई खतरनाक बीमारियों से बचाता है ये पौधा

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 11, 2018 07:28 AM2018-09-11T07:28:43+5:302018-09-11T07:28:43+5:30

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अर्जुन का पेड़ एक औषधीय पौधा होता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई रोगों के इलाज में किया जाता है।इसमें बहुत से पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थ होते है जो कि हड्डियों के नुकसान को रोकने में मदद कर‍ते है।

आयुर्वेद में हृदय संबंधी रोगों के उपचार के लिए अर्जुन छाल का उपयोग किया जाता है। क्योंकि इसमें हृदय की रक्षा करने और दिल को मजबूत करने वाले गुण होते है। अर्जुन छाल हृदय के बाएं निचले हिस्से के कार्यविधि को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है।

अर्जुन की छाल में कासुआर्निन नामक घटक होता है जो कि स्तन कैंसर के विषाणुओं की वृद्धि को रोकने मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण इसे और अधिक प्रभावी बनाते है।

अर्जुन छाल में उपस्थित मेथनॉल हेलीकॉक्‍टर पिलोरी और लिपोपोलिसैक्‍साइड प्रेरित गैस्ट्रिक अल्‍सर को रोकने मदद करता है।

अर्जुन छाल का उपयोग अधिक थकान और शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए किया जाता है। यह पुराने निम्‍न ग्रेड बुखार को कम करने में लाभकारी होता है।

अर्जुन की छाल में भरपूर मात्रा में फ्लेवोनोइड्स व एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे तत्व मौजूद होते हैं। जो फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव को कम करके बॉडी की इम्युनिटी क्षमता को बढ़ाते हैं।

इसके अतिरिक्त अर्जुन की छाल का सेवन करने से हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है। प्रतिदिन सुबह-शाम एक गिलास पानी में 3 ग्राम अर्जुन की छाल का पाउडर मिलाकर पीने से दिल की सूजन व ब्लॉकेज की समस्या दूर हो जाती है।

अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो प्रतिदिन अर्जुन की छाल का सेवन करें। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को ज्यादातर स्ट्रोक, हार्टअटैक, किडनी डैमेज जैसी समस्याओं के होने का खतरा रहता है। ऐसे में अर्जुन की छाल का सेवन करने से यह सभी समस्याएं नहीं होती हैं।

अर्जुन पेड़ की सफेद छाल का पाउडर बनाकर उसे दूध में मिलाकर रात में सेवन भी कामेच्छा बढ़ाने में मददगार है। यह पाउडर किसी भी आयुर्वेदिक दवा की दुकान पर उपलबध होता है।