UEFA EURO 2020 Final: सड़कों पर नाच और गा रहे प्रशंसक, हम यूरोप के चैंपियन हैं, देखें तस्वीरें

By सतीश कुमार सिंह | Published: July 12, 2021 03:28 PM2021-07-12T15:28:45+5:302021-07-12T15:33:06+5:30

Next

इटली की फुटबॉल में सुखद वापसी हो गयी, लेकिन इंग्लैंड का किसी बड़े खिताब का पिछले पांच दशकों से भी अधिक समय से चला आ रहा पीड़ादायक इंतजार बदस्तूर जारी रहा। और यह केवल एक पेनल्टी शूटआउट के कारण हुआ। इटली ने फाइनल में इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप – यूरो 2020 का खिताब जीता। दोनों टीमें नियमित और अतिरिक्त समय तक 1-1 से बराबरी पर थी। यह दूसरा अवसर है जबकि इटली यूरो चैंपियन बना।

इंग्लैंड पिछले 55 वर्षों में पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहा था। उसने 1966 में विश्व कप में जीत के बाद कोई बड़ा खिताब नहीं जीता है। इससे पहले उसने 1990, 1996, 1998, 2004, 2006 और 2012 में बड़े टूर्नामेंटों में पेनल्टी शूटआउट में मैच गंवाये थे।

इटली ने इससे पहले 1968 में यूरोपीय चैंपियनशिप जीती थी। यूरोपीय चैंपियनशिप के पिछले छह में से तीन फाइनल की तरह यह मैच भी अतिरिक्त समय तक खिंच गया। विशिष्ट अतिथियों के बॉक्स में बैठे डेविड बैकहम और टॉम क्रूज ने भी अन्य दर्शकों की तरह इस गोल का जश्न मनाया।

इटली ने यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप के खिताब का जश्न न सिर्फ अपनी युवा राष्ट्रीय टीम बल्कि एक ऐसे देश के लिये भी नयी शुरुआत के रूप में मनाया जो कोरोना वायरस महामारी के कारण बुरी तरह प्रभावित होने के बाद अब सामान्य स्थिति में लौटने की कोशिश कर रहा है। इटली की लंदन के वेम्बले स्टेडियम में इंग्लैंड पर पेनल्टी शूटआउट में जीत के बाद पूरा देश खुशी से झूम उठा।

कोई कार के हार्न बजाकर अपनी खुशी व्यक्त कर रहा था तो कोई आतिशबाजी के साथ जश्न मना रहा था। रात में इटली की सड़कों की रौनक देखते ही बनती थी। लोग गा रहे थे और झूम रहे थे। आखिर 2006 के विश्व कप के बाद पहली बार देश ने कोई बड़ा टूर्नामेंट जीता था। आखिर पिछले विश्व कप के लिये क्वालीफाई करने में नाकाम रहने के बाद इटली यूरोपीय चैंपियन बन गया था।

रोम में बड़ी स्क्रीन पर मैच देखने वाले 29 वर्षीय फैब्रिजियो गालियानो ने कहा, ‘‘हम पिछले डेढ़ वर्ष में मुश्किल दौर से गुजरे हैं। एक ऐसा दौर जिसमें दुनिया के अन्य देशों की तरह हम भी बुरी तरह आहत रहे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यह खिताब हमारे लिये काफी मायने रखता है। खेल हमें एकजुट करता है। आखिर हमें वह खुशी मिली जो कहीं खो गयी थी।’’

अधिकतर इतालवी लोग यूरोपीय चैंपियनशिप की जीत को देश के लिये अच्छी शुरुआत के रूप में देख रहे हैं जो पिछले 16 महीनों में महामारी और लॉकडाउन के दर्द झेलता रहा। इटली एशिया के बाहर पहला देश था जो कोविड-19 के कारण बहुत अधिक प्रभावित रहा। पिछले साल एक दौर ऐसा भी था जबकि अस्पतालों में जगह नहीं थी और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही थी।

इटली में 127,000 लोगों की जान गयी जो यूरोपीय यूनियन के 27 देशों में सर्वाधिक है। मिलान की 30 वर्षीय मिशेला सोफनेली ने कहा, ‘‘यह हर किसी के लिये मुश्किल वर्ष था लेकिन हमारे लिये यह बेहद मुश्किल था क्योंकि महामारी से प्रभावित होने वाला हमारा पहला देश था। यह जीत नयी शुरुआत का संकेत है। ’’

वायरस से जुड़े अधिकतर प्रतिबंध हटा दिये गये हैं, जो प्रतिबंध हैं उन्हें इटली के प्रशंसकों ने नजरअंदाज किया। वे सड़कों पर नाच रहे थे और गा रहे थे, ‘हम यूरोप के चैंपियन हैं। ’’ 

इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को पेनल्टी शूट आउट में यूरोपीय फुटबॉल चैंपियन जीतने के बाद इटली की टीम सोमवार को रोम लौट आई। जश्न मना रहे प्रशंसक टीम के स्वागत के लिए टीम होटल पर जुटे हुए थे। इटली के लोगों ने यूरोपीय चैंपयिनशिप में खिताब जीत का जश्न मनाया।

यह युवाओं की मौजूदगी वाली राष्ट्रीय टीम के लिए ही नई शुरुआत नहीं है बल्कि देश के लिए भी है जो कोरोना वायरस महामारी की मार से उबरने के बाद सामान्य हालात में लौटने की कोशिश कर रहा है। प्रशंसक कार के हॉर्न बजाकर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे थे तो कोई आतिशबाजी के साथ जश्न मना रहा था।

रात में इटली की सड़कों पर लोग गा रहे थे और झूम रहे थे। इटली ने रविवार को पेनल्टी शूट आउट में इंग्लैंड को हराने के बाद 2006 के विश्व कप के बाद पहली बार कोई बड़ा टूर्नामेंट जीता।