जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ के पार, जुलाई से अगस्त में कम, जानें आंकड़े

By सतीश कुमार सिंह | Published: September 1, 2021 03:28 PM2021-09-01T15:28:30+5:302021-09-01T15:31:03+5:30

Next

वित्त मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जीएसटी राजस्व संग्रह अगस्त में 1.12 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो इससे एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 30 प्रतिशत से अधिक है। जुलाई में प्राप्‍त 1.16 लाख करोड़ रुपये के राजस्‍व की तुलना में कम है।

गौरतलब है कि जीएसटी संग्रह लगातार दूसरे महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अगस्त 2021 में सकल जीएसटी राजस्व 1,12,020 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्रीय जीएसटी के 20,522 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी के 26,605 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी के 56,247 करोड़ रुपये (माल के आयात पर जमा 26,884 करोड़ रुपये सहित) और उपकर के 8,646 करोड़ रुपये (माल के आयात पर जमा 646 करोड़ रुपये सहित) हैं।’’

अगस्त में जुटाई गई राशि, जुलाई 2021 के 1.16 लाख करोड़ रुपये से कम है। अगस्त 2021 में जीएसटी राजस्व, पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक है।

जीएसटी संग्रह अगस्त 2020 में 86,449 करोड़ रुपये था। मंत्रालय ने कहा कि जीएसटी संग्रह अगस्त 2019 में 98,202 करोड़ रुपये था।

इस तरह अगस्त 2019 की तुलना में इस साल अगस्त में संग्रह 14 प्रतिशत अधिक रहा। लगातार नौ महीनों तक जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहने के बाद संग्रह जून 2021 में कोविड की दूसरी लहर के कारण एक लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया था। वित्त मंत्रालय ने कहा कि आने वाले महीनों में भी मजबूत जीएसटी राजस्व जारी रहने की संभावना है।

देश की अर्थव्यवस्था के लिये मंगलवार का दिन अच्छा रहा था। जहां कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई, वहीं बुनियादी ढांचा क्षेत्र के आठ उद्योगों का उत्पादन जुलाई में 9.4 प्रतिशत बढ़ा है। इसके अलावा घरेलू शेयर बाजारों में जोरदार तेजी का सिलसिला जारी रहा।

बीएसई सेंसेक्स 663 अंक उछलकर पहली बार 57,000 अंक के ऊपर नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 17,000 अंक के ऊपर निकल गया। वहीं, विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे उछलकर करीब 12 सप्ताह के उच्चतम स्तर 73 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई।