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Gold Price: त्योहारी सीजन, सोने की मांग 19 प्रतिशत घटकर 892.3 टन, कोविड असर, see pics By सतीश कुमार सिंह | Published: October 29, 2020 05:21 PM2020-10-29T17:21:56+5:302020-10-29T17:21:56+5:30Next Next वैश्विक स्तर पर सोने की मांग जुलाई-सितंबर की तिमाही में 19 प्रतिशत घटकर 892.3 टन रही। यह सोने की वैश्विक मांग का 2009 की तीसरी तिमाही से सबसे निचला स्तर है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से पैदा हुई दिक्कतों से सोने की मांग में भारी गिरावट आई है। जुलाई-सितंबर, 2019 में सोने की वैश्विक मांग 1,100.2 टन थी। सोने की वैश्विक मांग के रुख पर डब्ल्यूजीसी की तीसरी तिमाही की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोने की कुल मांग तो घटी है, लेकिन निवेश मांग में अच्छी वृद्धि हुई है। तिमाही के दौरान सोने की कुल निवेश मांग 21 प्रतिशत बढ़कर 494.6 टन पर पहुंच गई। इस दौरान वैश्विक स्तर पर निवेशकों ने 222.1 टन सोने की छड़ और सिक्के खरीदे। इसके अतिरिक्त उन्होंने स्वर्ण आधारित इलेक्ट्रॉनिकली ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के जरिये 272.5 टन सोना खरीदा। इस साल में आज की तारीख तक गोल्ड ईटीएफ में रिकॉर्ड 1,003.3 टन की बढ़ोतरी हुई है। 2019 की तीसरी तिमाही के दौरान कुल निवेश मांग 408.1 टन रही थी। इसमें से निवेशकों ने 149.4 टन सोने की छड़ और सिक्के खरीदे थे। वहीं 258.7 टन की मांग गोल्ड ईटीएफ में रही थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कई बाजारों में सामाजिक दूरी संबंधी अंकुशों, अर्थव्यवस्था में सुस्ती तथा कई मुद्राओं में सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने की वजह से सोने के आभूषणों की मांग प्रभावित हुई है। जुलाई-सितंबर तिमाही में सोने के आभूषणों की मांग 29 प्रतिशत घटकर 333 टन रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 468.1 टन थी। विश्व स्वर्ण परिषद में मार्केट इंटिलेजेंस लुइस स्ट्रीट ने कहा, ‘‘दुनियाभर के सोने के बाजारों में कोविड-19 का प्रभाव अभी समाप्त नहीं हुआ है। कई बाजारों में सामाजिक दूरी के नियमों, अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती तथा सोने की कीमतों के ऊंचाई पर पहुंचने की वजह से सोने के आभूषणों की खरीद प्रभावित हुई है। निकट भविष्य में भी यह रुख जारी रहने की संभावना है।’’ कोरोना वायरस महामारी से जुड़े व्यवधानों तथा ऊंची कीमतों के कारण सितंबर तिमाही में भारत में सोने की मांग साल भर पहले की तुलना में 30 प्रतिशत कम होकर 86.6 टन पर आ गयी। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने एक रिपोर्ट में यह कहा है। विश्व स्वर्ण परिषद की तीसरी तिमाही सोना मांग ट्रेंड रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल की सितंबर तिमाही में सोने की कुल मांग 123.9 टन रही थी। मूल्य के आधार पर, इस दौरान सोने की मांग पिछले साल के 41,300 करोड़ रुपये की तुलना में चार प्रतिशत कम होकर 39,510 करोड़ रुपये पर आ गयी। विश्व स्वर्ण परिषद के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि कोविड-19 से जुड़े व्यवधानों, कमजोर उपभोक्ता धारणा, ऊंची कीमतें और उथल-पुथल के कारण 2020 की तीसरी तिमाही में सोने की मांग 30 प्रतिशत घटकर 86.6 टन रह गयी। हालांकि यह दूसरी तिमाही से अधिक है। दूसरी तिमाही में सोने की मांग साल भर पहले की तुलना में 70 प्रतिशत कम होकर 64 टन पर आ गयी थी। तिमाही आधार पर मांग में सुधार का कारण लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील मिलना तथा अगस्त में कुछ समय के लिये कीमतों का कम होना है। उन्होंने कहा कि अगस्त में कुछ समय कीमतें कम होने से कुछ दिलचस्प लोगों को खरीदारी करने का मौका मिला। इस दौरान भारत की कुल आभूषण मांग साल भर पहले के 101.6 टन से 48 प्रतिशत कम होकर 52.8 टन पर आ गयी। मूल्य के संदर्भ में आभूषणों की मांग साल भर पहले के 33,850 करोड़ रुपये से 29 प्रतिशत गिरकर 24,100 करोड़ रुपये पर आ गयी। इस दौरान कुल निवेश मांग साल भर पहले के 22.3 टन से 52 प्रतिशत बढ़कर 33.8 टन पर पहुंच गयी।टॅग्स :सोने का भावमुंबईभारतीय रुपयाचांदी के भावदिल्लीकोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाअमेरिकाचीनGold RateMumbaiIndian RupeeSilver RatedelhiCoronavirusCOVID-19 IndiaAmericaChinaशेअर :