SBI का नया नियम लागू, बचत खाते में है 'ज्यादा रकम रखने पर मिलेगा कम ब्याज'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 1, 2019 07:58 PM2019-05-01T19:58:36+5:302019-05-01T19:58:36+5:30
फरवरी और अप्रैल में आरबीआई ने बैक-टू-बैक ब्याज दर में कटौती की, जिसके रेपो रेट वर्तमान में 6 फीसदी है। एक लाख से अधिक जमा वाले बचत खातों पर एसबीआई एक मई से रेपो रेट से 275 प्वाइंट नीचे ब्याज दर की पेशकश करेगा...
भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक मई से बचत खातों पर मिलने वाली ब्याज दरों में बदलाव किया है। इस बदलाव के बाद जिन खाता धारकों के अकाउंट में एक लाख से अधिक धनराशि होगी उन्हें कम ब्याज मिलेगा। अब एक लाख से अधिक राशि वाले बचत खातों पर 3.25 प्रतिशत ब्याज मिलेगा जबकि एक लाख या इससे कम जमा खातों पर लोगों को 3.50 प्रतिशत ब्याज ही मिलता रहेगा।
इस बदलाव के पीछे वजह बचत खातों और शॉर्ट टर्म लोन को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के रेपो रेट से लिंक कर देना है। इससे रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बदलाव होते ही ऑटोमेटिक बचत खातों और शॉर्ट टर्म लोन पर ब्याज दरों में बदलाव हो जाएगा। एक मई से लागू होने वाले इस नियम से बैंक सिस्टम में आरबीआई की पॉलिसी लागू करना आसान हो जाएगा।
फरवरी और अप्रैल में आरबीआई ने बैक-टू-बैक ब्याज दर में कटौती की, जिसके रेपो रेट वर्तमान में 6 फीसदी है। एक लाख से अधिक जमा वाले बचत खातों पर एसबीआई एक मई से रेपो रेट से 275 प्वाइंट नीचे ब्याज दर की पेशकश करेगा। इसका मतलब है कि इन खातों पर प्रभावी दर 3.25 फीसदी सालाना होगी। वर्तमान में, स्टेट बैंक एक करोड़ तक के बचत खाता जमा पर 3.5 फीसदी और एक करोड़ से ऊपर जमा पर 4 फीसदी ब्याज दर प्रदान करता है।