अगस्त से घट जाएगा वेतन, राहत अवधि खत्म, 12 फीसदी कटेगा ईपीएफ
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 1, 2020 05:43 AM2020-08-01T05:43:03+5:302020-08-01T05:43:03+5:30
राहत अवधि खत्म होने के साथ ही पुराने नियमों के तहत ही कर्मचारियों और नियोक्ताओं को ईपीएफ योगदान देना होगा.
कोविड-19 महामारी के दौरान कर्मचारियों को हाथ में ज्यादा वेतन दिलाने के उद्देश्य से सरकार ने पीएफ से जुड़ी राहत भरी घोषणा की थी, जिसकी अवधि अब खत्म हो गई है. इसका अर्थ यह है कि कर्मचारियों को वेतन के रूप में हाथ में मिलने वाली राशि में अब कटौती होने जा रही है. सरकार ने मई, जून और जुलाई यानी तीन महीने तक कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफओ) योगदान में 4 फीसदी की कटौती की घोषणा की थी. अब इस राहत उपाय की अवधि खत्म हो रही है और अगस्त से फिर एक बार कर्मचारी एवं नियोक्ता को 12-12 फीसदी पीएफ योगदान देना होगा.
उल्लेखनीय है कि देश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के बीच लगाए गए लॉकडाउन के दौरान मई महीने में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ईपीएफ योगदान में 3 महीने तक 4 प्रतिशत कटौती की घोषणा की थी. नियमानुसार, कर्मचारी और नियोक्ता को मिलाकर कर्मचारी के बेसिक वेतन और महंगाई भत्ते का 12-12 प्रतिशत यानी कुल 24 प्रतिशत राशि हर महीने पीएफ योगदान के रूप में जमा करानी होती है.
पिछले तीन महीने तक इसमें कुल 4 फीसदी की छूट मिली थी, जिसमें 2 फीसदी कर्मचारी के योगदान से थे, जबकि 2 फीसदी नियोक्ता के योगदान से. अब यह राहत अवधि खत्म होने के साथ ही पुराने नियमों के तहत ही कर्मचारियों और नियोक्ताओं को ईपीएफ योगदान देना होगा. इससे कर्मचारियों के हाथ में आने वाला वेतन कम हो जाएगा.
अगस्त में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक
अगस्त में करीब 13 दिन अवकाश के कारण बैंक बंद रहेंगे. बकरीद के कारण 1 अगस्त को छुट्टी रहेगी. 2 को रविवार, 3 को रक्षाबंधन, 8 कोे दूसरा शनिवार, 9 को रविवार, 12 को जन्माष्टमी, 15 को स्वतंत्रता दिवस, 16 को रविवार, 22 को गणेश चतुर्थी, 23 को रविवार, 29 को मोहर्रम, 30 रविवार और 31 ओणम है. इसके अलावा कुछ राज्यों में अलग अलग पर्वों की वजह से 4 अलग-अलग दिन छुट्टी रहेगी.