PM Kisan Yojana: अगर आपके खाते में अब तक नहीं आई 2000 रुपए की किस्त, तो ये खबर आपके लिए
By स्वाति सिंह | Published: May 31, 2020 08:45 AM2020-05-31T08:45:40+5:302020-05-31T08:45:40+5:30
केंद्र की मोदी सरकार ने PM-Kisan योजना की शुरुआत 24 फरवरी 2019 को की थी। इसके तहत सभी किसानों को साल में 6000 रुपये 3 समान किस्तों में मिलते हैं। इस योजना का ऐलान 1 दिसंबर 2018 हो हुआ था। इस योजना की रकम सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच पहली किस्त अप्रैल में ही जारी कर दी गई है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) के तहत अगर आपके पास 2000 रुपए की किस्त नहीं आई तो इसके लिए परेशान ना हो। ऐसे में अगली किस्त में पूरा पैसा आपके बैंक अकाउंट में सीधे क्रेडिट हो जाएगा। बता दें कि किसानों के खाते में 19,350.84 करोड़ रुपये की मदद भेजी जा चुकी है। वहीं, PM kisan की वेबसाइट के मुताबिक, अगर किसी वजह से खाते में पैसा नहीं आ रहा तो फिर किसान को अगली किस्त का इंतजार करना चाहिए। रकम तब भी न आए तो फिर उसे बैंक डिटेल चेक कर लेनी चाहिए। क्योंकि Aadhaar नंबर या फिर और कोई गलती के कारण भी खाते में पैसा नहीं आएगा।
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने PM-Kisan योजना की शुरुआत 24 फरवरी 2019 को की थी। इसके तहत सभी किसानों को साल में 6000 रुपये 3 समान किस्तों में मिलते हैं। इस योजना का ऐलान 1 दिसंबर 2018 हो हुआ था। इस योजना की रकम सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच पहली किस्त अप्रैल में ही जारी कर दी गई है।
सरकार ने लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत 9.65 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि डाली है। इस योजना की घोषणा पिछले साल फरवरी में की गई थी। योजना के तहत 14 करोड़ किसानों को तीन बराबर किस्तों में 6,000 रुपये दिए जाएंगे।
कृषि मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘पीएम-किसान के तहत लॉकडाउन शुरू होने यानी 24 मार्च से अब तक 9.65 करोड़ किसान परिवारों के खातों में 19,100.77 करोड़ रुपये की राशि डाली गई है।’’ खरीफ यानी गर्मियों में बोई जाने वाली फसलों के आंकड़ों का ब्योरा देते हुए कृषि मंत्रालय ने कहा कि अभी तक 34.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई है। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 25.29 लाख हेक्टेयर था। अभी तक दलहन की बुवाई 12.80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई है, पिछले साल समान अवधि तक यह आंकड़ा 9.67 लाख हेक्टेयर था।
इसी तरह मोटे अनाज की बुवाई 10.28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई है। पिछले साल की समान अवधि में 7.30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी। इसी तरह तिलनह की बुवाई का क्षेत्रफफल 7.34 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 9.28 लाख हेक्टेयर हो गया है। बयान में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान नाफेड ने 5.89 लाख टन चने, 4.97 लाख टन सरसों और 4.99 लाख टन तूअर (अरहर) की खरीद की है।